Budhwar Ke Din Kya Nahi Karna Chahiye: हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन का संबंध किसी न किसी ग्रह और देवता से जुड़ा होता है. बुधवार का दिन भगवान विष्णु और भगवान गणेश को समर्पित माना गया है. इस दिन अगर कुछ कामों से परहेज किया जाए तो जीवन में सुख-शांति और तरक्की बनी रहती है. लेकिन अगर भूलवश बुधवार को कुछ कार्य कर लिए जाएं, तो इसका नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है. आइए जानते हैं बुधवार के दिन किन कामों को करने से बचना चाहिए.
बुधवार को क्या नहीं करना चाहिए
कर्ज या उधार देना-लेना: बुधवार के दिन पैसे उधार देना या लेना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन दिया गया पैसा लंबे समय तक वापस नहीं आता, जिससे आर्थिक हानि होती है.
नए व्यवसाय की शुरुआत: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुधवार का दिन बुद्ध ग्रह से जुड़ा है, जो विचार और संवाद का कारक है. लेकिन इस दिन नया व्यापार या सौदा शुरू करना उचित नहीं माना जाता, क्योंकि इससे शुरुआत में रुकावटें आ सकती हैं.
उत्तर दिशा की यात्रा: बुधवार को उत्तर दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. मान्यता है कि इससे धन हानि या मानसिक परेशानी हो सकती है. अगर यात्रा जरूरी हो, तो पहले दूध या दही खाकर निकलें.
बाल कटवाना या नाखून काटना: कहा जाता है कि बुधवार को बाल या नाखून काटना शुभ नहीं होता. इससे घर की लक्ष्मी चली जाती है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है.
झगड़ों से बचें: बुधवार को बुद्ध ग्रह का प्रभाव रहता है, जो संवाद से जुड़ा है. इसलिए इस दिन वाणी में कटुता लाने या किसी से विवाद करने से बचना चाहिए, वरना रिश्तों में दरार पड़ सकती है.
बुधवार को करें ये शुभ कार्य
इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. हरे रंग के कपड़े पहनना, मूंग दान करना और हरे चारे से गाय को खिलाना बेहद शुभ माना जाता है.
बुधवार के दिन यात्रा करना शुभ है या अशुभ?
उत्तर दिशा की यात्रा बुधवार को अशुभ मानी जाती है. अगर यात्रा जरूरी हो, तो सावधानीपूर्वक करें.
बुधवार का दिन किस देवता को समर्पित होता है?
बुधवार का दिन भगवान गणेश और बुध ग्रह को समर्पित होता है, इसलिए इस दिन उनकी पूजा करने से जीवन में सफलता और शांति मिलती है.
बुधवार को कौन-से शुभ कार्य किए जा सकते हैं?
हरे रंग के कपड़े पहनना, भगवान गणेश की पूजा करना, मूंग दान करना और हरे चारे से गाय को खाना खिलाना शुभ माना जाता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है. प्रभात खबर किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है.

