नयी दिल्ली : कृषि बिल पर राज्यसभा में हंगामा करने वाले सांसदों पर राज्यसभा के सभापति कार्रवाई कर सकते हैं. राज्यसभा में हंगामे के बाद वेंकैया नायडू के आवास पर आज एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें उप सभापति हरिवंश, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल उपस्थित थे.
गौरतलब है कि आज कृषि बिल के पास होने से पहले विपक्ष ने खूब हंगामा किया. वेल में आकर हंगामा कर रहे सांसदों ने उप सभापति के आसन के पास खूब हंगामा किया, पेपर फाड़े, उनके खिलाफ नारेबाजी की और आसान का पोडियम माइक छीनने की कोशिश की.
गौरतलब है कि आज आज राज्यसभा से कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक-2020 तथा कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 पारित हुआ. दोनों विधेयकों ध्वनिमत से पारित गया है. बिल का विरोध कर रहे सांसद सांसद वेल में आ गये थे. वहीं बिल के पास होने के बाद जहां सत्ता पक्ष ने इसका स्वागत किया है वहीं विपक्षी इसका विरोध कर रहे हैं और 12 सांसद धरना पर भी बैठ गये हैं.
बिल के पास होने के बाद विपक्ष राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है. कांग्रेस सांसद अहमद पटेल ने कहा कि उप सभापति को लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करनी चाहिए, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और परंपराओं को नुकसान पहुंचाया. इसी वजह से उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.
Posted By : Rajneesh Anand