Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर सोमवार को लगातार दूसरे दिन तीनों सेना के प्रमुखों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. संबोधन से पहले गाना बजाया गया, ‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.’ सेना ने बताया, पाकिस्तान ने आतंकवादियों का साथ दिया और पाक सैनिकों ने इसे खुद की लड़ाई बना दी. जवाब में भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया. एयर मार्शल एके भारती ने बताया, “पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन और मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों की कई कोशिशों को भी स्वदेशी रूप से विकसित सॉफ्ट और हार्ड किल काउंटर-यूएएस प्रणालियों और अच्छी तरह से प्रशिक्षित भारतीय वायु रक्षा कर्मियों द्वारा विफल कर दिया गया.” पाकिस्तान के सभी हमले को भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम किए.
#WATCH | Delhi: Air Marshal AK Bharti says, "… Numerous waves of drones and unmanned combat aerial vehicles employed by Pakistan were also thwarted by the indigenously developed soft and hard kill counter-UAS systems and the well-trained Indian Air Defence personnel." pic.twitter.com/pHonAflNAq
— ANI (@ANI) May 12, 2025
हमारे एयर डिफेंस सिस्टम को भेदना नामुमकिन
डीजीएमओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, पाकिस्तान के हमले का भारत ने जोरदार पलटवार किया. एयर मार्शल एके भारती ने कहा, “हमारी युद्ध-सिद्ध प्रणालियां समय की कसौटी पर खरी उतरी हैं और उनका डटकर मुकाबला करती हैं. एक और खास बात स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम, आकाश प्रणाली का शानदार प्रदर्शन रहा है. भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पाक हमले को नाकाम किया. उन्होंने कहा, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम को भेदना नामुमकिन है.
चीन के मिसाइल को मार गिराया
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया, भारतीय सेना पाकिस्तानी हमले का जोरदार पलटवार किया. पाकिस्तान की ओर से दागे गए मिसाइल को मार गिराया. पाकिस्तान ने जो मिसाइल दागे थे, वो चीन के थे. जिसमें भारत ने मार गिराया.
पाकिस्तान के पाप का घड़ा भर चुका
DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है. पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था, अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था. 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक. पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था. क्योंकि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले LOC और IB को पार किए बना किए गए थे, हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा, इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी. जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए.”
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने आतंकवादी ठिकानों को किया तबाह
तीनों सेना के संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और POK में आतंकवादी ठिकानों को टारगेट कर तबाह किया. लेफ्टिनेंट जनरल घई ने बताया कि आईसी 814 के अपहरण और पुलवामा विस्फोट में शामिल यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद समेत 100 से अधिक आतंकवादियों को सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मार गिराया गया. इसके अलावा यह भी बताया कि भारत की जवाबी कार्रवाई में 30 से 40 पाकिस्तान सैनिक भी मारे गए.
भारत ने पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि भारत ने निश्चित रूप से कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया है, लेकिन उन्होंने संख्या के बारे में कोई अनुमान लगाने से इनकार किया. उन्होंने कहा, “उनके (पाकिस्तान) विमानों को हमारी सीमा के अंदर घुसने से रोक दिया गया. इसलिए हमारे पास मलबा तो नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से हमने कुछ विमानों को मार गिराया है.” डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल घई ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान “दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से अपनी जान गंवाने वाले” पांच भारतीय नायकों और नागरिकों को भी श्रद्धांजलि दी.
भारत की कार्रवाई से घबराया पाकिस्तान, फोन कर भारत से संघर्षविराम की लगाई गुहार
डीजीएमओ ने बताया कि पाकिस्तान के उनके समकक्ष ने शनिवार दोपहर उन्हें फोन करके संघर्ष रोकने का रास्ता निकालने का अनुरोध किया था. शनिवार दोपहर दोनों डीजीएमओ ने भारतीय समयानुसार शाम पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति व्यक्त की थी. भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ का यह फोन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शनिवार सुबह रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियन समेत कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला करने के बाद आया था. ये हमले नौ और 10 मई की रात को पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रमुख भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के प्रयास के बाद किए गए थे.