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दिल्ली में मीट की दुकानों पर पाबंदी मचा बवाल, मेयर की चिट्ठी पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने जताया ऐतराज

दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के महापौरों ने नवरात्र के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की बात कही है. दक्षिण दिल्ली नगर निगम के महापौर मुकेश सूर्यन ने निगमायुक्त ज्ञानेश भारती को चिट्ठी लिखकर कहा कि नवरात्र के दौरान मीट दुकान खोलने की जरूरत नहीं है.

नई दिल्ली : भारत की राजधानी दिल्ली में मीट की दुकानों पर पाबंदी लगाने के मामले को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है. नवरात्र के दौरान दक्षिण और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के महापौरों की ओर से मीट की दुकानों पर पाबंदी लगाने की चिट्ठी लिखी गई थी. दक्षिण दिल्ली नगर निगम के महापौर मुकेश सूर्यन ने आयुक्त ज्ञानेश भारती को चिट्ठी लिखकर नवरात्र के दौरान मीट दुकानों पर पाबंदी लगाने की बात कही है. दोनों नगर निगम की ओर से आयुक्तों को चिट्ठी लिखे जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने कड़ा ऐतराज जताया है.

मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के महापौरों ने नवरात्र के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की बात कही है. दक्षिण दिल्ली नगर निगम के महापौर मुकेश सूर्यन ने निगमायुक्त ज्ञानेश भारती को चिट्ठी लिखकर कहा कि नवरात्र के दौरान मीट दुकान खोलने की जरूरत नहीं है. उन्होंने चिट्ठी में इस बात का भी जिक्र किया है कि मीट दुकान खुली रहने से नवरात्र के दौरान मंदिरों में पूजा करने जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी होती है. इससे उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेंस पहुंचती है. उन्होंने 11 अप्रैल तक मीट दुकानों को बंद रखने की अपील की.

इसके साथ ही, पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने भी नवरात्र के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की अपील की है. उन्होंने अपनी अपील में कहा कि नवरात्र के दौरान मीट दुकानों को बंद ही रखना चाहिए. इससे हमें खुशी होगी. हालांकि, इस मसले पर सियासी माहौल गरमाने के बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल मीट दुकानों को बंद करने की अपील भर की है.

उधर, नवरात्र के दौरान दिल्ली में मीट की दुकानों बंद करने के मामले को लेकर हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाते हुए कहा कि मीट दुकान बंद रखने से जो नुकसान होगा, उसकी भरपाई कौन करेगा? ओवैसी ने कहा कि न सिर्फ 99 फीसदी बल्कि 100 फीसदी के पास ये विकल्प है कि अगर वे मीट नहीं खरीदना चाहते तो मत खरीदें.

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उधर, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह दक्षिण दिल्ली में ही रहती हैं और संविधान उन्हें जब मर्जी हो तब मीट खाने की इजाजत देता है. वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इस मामले जम्मू-कश्मीर से जोड़ दिया है. संविधान मुझे अपनी मर्जी से जब चाहूं मीट खाने की इजाजत देता है, उसी तरह दुकानदारों को भी अपना कारोबार करने की इजाजत है.

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