India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच बीते दिनों चले सैन्य तनाव के चलते उत्तर और पश्चिम भारत के 32 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था. अब जब दोनों देशों ने सीजफायर पर सहमति जताई है, तो भारत ने इन हवाई अड्डों को फिर से खोलने का फैसला लिया है. नागरिक विमानन मंत्रालय और भारतीय विमानन प्राधिकरण की ओर से यह निर्णय सोमवार को लिया गया.
क्यों बंद किए गए थे एयरपोर्ट?
9 मई को पाकिस्तान द्वारा ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत ने अपनी हवाई सीमाओं की सुरक्षा बढ़ा दी थी. इसके तहत श्रीनगर, अमृतसर सहित कुल 32 एयरपोर्ट्स को 15 मई सुबह 5:29 बजे तक नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया था. इन हवाई अड्डों में से कई महत्वपूर्ण वायुसेना ठिकानों के पास स्थित हैं, इसलिए उन्हें टारगेट बनाना दुश्मन के लिए आसान हो सकता था.
सीजफायर के बाद राहत की उम्मीद
अब जब भारत और पाकिस्तान ने सैन्य कार्रवाई पर विराम लगाने का फैसला किया है, तो हवाई सुरक्षा जोखिम भी कम हो गया है. ऐसे में भारतीय विमानन प्राधिकरण ने हवाई अड्डों से संचालन फिर से शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक औपचारिक घोषणा जल्द की जाएगी और सभी हवाई अड्डों से उड़ानें सामान्य रूप से बहाल कर दी जाएंगी.
नौ और 10 मई की रात को क्या हुआ?
सूत्र ने बताया कि नौ और 10 मई की रात को उधमपुर, पठानकोट और आदमपुर में वायु सेना स्टेशन सहित 26 भारतीय ठिकानों पर हमला करने के पाकिस्तान के प्रयासों के जवाब में भारत ने कार्रवाई की. भारतीय सशस्त्र बलों ने शनिवार सुबह रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियां सहित पाकिस्तान की सेना के कई अड्डों पर जोरदार जवाबी हमला किया. उन्होंने कहा कि पसरूर और सियालकोट हवाई अड्डे के रडार स्थलों को भी सटीक हथियारों का इस्तेमाल करके निशाना बनाया गया, जिससे भारी नुकसान हुआ.