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Assam Mizoram border Dispute: सुप्रीम कोर्ट जाएंगे असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, कहा- नहीं देंगे एक इंच जमीन

Assam Mizoram border Dispute: मिजोरम के साथ सीमा विवाद को लेकर असम सरकार अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगी. राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि वह जमीन की एक इंच भी किसी को नहीं दे सकते. Assam Mizoram border Dispute, Supreme Court, CM Hemant Sarma.

  • असम-मिजोरम सीमा विवाद मामला

  • सुप्रीम कोर्ट जायेगा असम

  • चार हजार कमांडो की करेगा तैनाती

Assam Mizoram border Dispute: मिजोरम के साथ सीमा विवाद को लेकर असम सरकार अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायेगी. राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि वह जमीन की एक इंच भी किसी को नहीं दे सकते. उन्होंने कहा कि अगर संसद एक कानून बना दे कि बराक वैली को मिजोरम को दिया जाये, तो उन्हें इसमें कोई आपत्ति नहीं है. परंतु जब तक संसद यह फैसला नहीं लेती, वह किसी भी व्यक्ति को असम की जमीन नहीं लेने देंगे.

सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि वह नहीं चाहते कि कोई असम की सीमा में दाखिल हो. सोमवार को हिंसा के दौरान लगातार 30 से 35 मिनट तक फायरिंग होती रही, जिसमें असम के पांच जवानों की मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि चार हजार कमांडो को बॉर्डर पर लगाया गया है. उन्होंने कहा कि मिजोरम से सटे तीन जिलों कछार, करीमगंज, हैलाकांडी में तीन कमांडो बटालियन को तैनात किया गया है. सीएम सरमा ने कहा कि उन्होंने देखा कि कुछ लोगों के पास हथियार थे.

विवाद की वजह: दरअसल असम और मिजोरम का बॉर्डर लगभग 164 किलोमीटर लंबा है. ये बॉर्डर मिजोरम के एजॉल, कोलासिब, मामित और असम के काचर, हेल कांडी और करीमगंज जिलों से होकर गुजरता है. ये सीमा विवाद इसी बॉर्डर के पास मौजूद गुटगुटी गांव के पास तब शुरू हुआ जब मिजोरम की पुलिस ने यहां कुछ अस्थायी कैंप बना लिये.

146 वर्ष पुराना है विवाद: असम और मिजोरम के बीच ये सीमा विवाद 146 वर्ष पुराना है. साल 1875 में अंग्रेजों ने मिजोरम और असम के काचर के बीच सीमा का निर्धारण किया था. तब मिजोरम को लुशाई हिल्स कहा जाता था. पहले उत्तर पूर्व में सिर्फ मणिपुर, त्रिपुरा और असम राज्य हुआ करते थे. मिजोरम, मेघालय, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश पहले असम का हिस्सा हुआ करते थे. जिसे ग्रेटर असम कहते थे. हालांकि, अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्से तब नॉर्थ-इस्ट फ्रंटियर एजेंसी कहलाते थे जो ग्रेटर असम से अलग थे.

असम ने फायरिंग शुरू की, ग्रेनेड फेंके: मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने आरोप लगाया कि करीब 200 असम पुलिसकर्मी बॉर्डर पार करके आये और मिजोरम की तरफ सीआरपीएफ पोस्ट को रौंद दिया. असम की तरफ से फायरिंग की शुरुआत हुई. उन्होंने ग्रेनेड फेंके और मशीन गन का इस्तेमाल किया. असम पुलिस का कहना है कि ये कैंप उनके राज्य की जमीन पर बनाये गये हैं. वहीं मिजोरम पुलिस का दावा है कि ये इलाका उनका है जिस पर असम पुलिस दावा कर रही है.

Posted by: Pritish Sahay

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