नयी दिल्ली : दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) के मामले पर प्रदर्शन कर रहे पूर्व फौजी रामकिशन ग्रेवाल की खुदकुशी के मामले में सियासत लगातार जारी है. मामले में आज विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने रामकिशन ग्रेवाल को कांग्रेस का कार्यकर्ता बताया. उन्होंने कहा कि रामकिशन कांग्रेस के कार्यकर्ता थे जो कांग्रेस के टिकट पर सरपंच का चुनाव लड़ चुके हैं. उनकी खुदकुशी दुर्भाग्यपूर्ण है.
वीके सिंह ने कहा कि यदि वे हमारे पास आते और उन्हें मदद नहीं मिलती तो यह हमारी गलती हो सकती थी. आपको बता दें कि बुधवार को भी सिंह ने मामले को लेकर बयान दिया था जिसके बाद वे विपक्ष के निशाने पर आ गए थे. सिंह ने कल कहा था कि उन्होंने खुदकुशी की है. कोई नहीं जानता कि क्या वजह है ? ओआरओपी को एक कारण के तौर पर दिखाया जा रहा है. उनकी मानसिक स्थिति क्या थी ?, हम नहीं जानते. पहले इसकी जांच होने दीजिये.
मामले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अगर ओआरओपी दिया जा चुका है, तो सैनिक प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं ? यह बताता है कि मोदी जी झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि राम किशन के परिवार की रक्षा और हमारे सशस्त्र बलों के सम्मान के लिए हम राजनीति करने के लिए तैयार हैं.
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार को इंडियन आर्म्ड फोर्सेज और राम किशन ग्रेवाल के परिवार से उनकी मानसिक स्थिति पर सवाल उठाने के लिए माफी मांगनी चाहिए.
केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू ने मामले को लेकर कहा है कि दिल्ली पुलिस ने मामले को जिस तरह से हैंडल किया है वह कानूनी ही और उनके विवेक पर आधारित है. किसी मंत्री से इसमें हस्तक्षेप नहीं किया. उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मामला है. मामले को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.