नयी दिल्ली : भारत और न्यूजीलैंड ने फैसला किया कि दोनों देश रक्षा और सुरक्षा संबंधों विशेष तौर पर नौवहन क्षेत्र सहयोग को और मजबूत बनायेंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यहां आए न्यूजीलैंड के उनके समकक्ष ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत और न्यूजीलैंड दोनों नौवहन राष्ट्र हैं जिनके एशिया प्रशांत और भारत प्रशांत क्षेत्रों को स्थिर और समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण हित हैं जिसे समुद्री मार्गो की सुरक्षा और नौवहन की स्वतंत्रता के जरिये सुनिश्चित किया जा सकता है.
दोनों देशों ने नौवहन सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग की दृष्टि से सूचनाओं को साझा करने की संभावनाएं तलाशने का निश्चय किया। दोनों नेताओं की बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने रक्षा शिक्षा आदान प्रदान को आगे बढ़ाने, एक दूसरे के रक्षा कोर्स और रक्षा कालेजों में एक दूसरे के कर्मियों को भेजने पर सहमति व्यक्त की. दोनों देशों ने एक दूसरे के बंदरगाहों पर नौसेना जहाजों की यात्राओं को प्रोत्साहित करने का निर्णय किया.
भारत का एक पोत अगले महीने वहां जा रहा है जब रायल न्यूजीलैंड नौसेना का 75वीं जयंती समारोह होगा. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने न्यूजीलैंड और भारतीय सैनिकों के बलिदान के साझा इतिहास को भी याद किया.