नयी दिल्ली : जासूसी के आरोप में 20 साल से अधिक समय से लाहौर की एक जेल में कैद भारतीय नागरिक किरपाल सिंह की पिछले सोमवार को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत होने के बाद मामला गर्म हो गया है. इस संबंध में आज किरपाल सिंह के परिवार ने गृहमंत्री से मुलाकात की. परिवार के साथ सरबजीत की बहन दलबीर कौर भी थीं. गृहमंत्री से मुलाकात के बाद दलबीर ने मीडिया को बताया कि गृहमंत्री ने हमें कृपाल सिंह का शव जल्द से जल्द भारत वापस लाने का आश्वासन दिया है.वहीं सूत्रों की माने तो पाकिस्तानी जेल में मरने वाले भारतीय कृपाल सिंह का शव वापस लौटाने के संबंध में पाकिस्तान ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
Pakistan has not responded so far on India's demand of sending mortal remains of Kirpal Singh (who died in Pakistan jail) to India: Sources
— ANI (@ANI) April 15, 2016
HM assured us that all our concerns will be addressed and body of Kripal Singh will be soon brought back-Dalbir Kaur pic.twitter.com/khzfRdTVZG
— ANI (@ANI) April 15, 2016
किरपाल सिंह की हुई हत्या
इस मामले में सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर पहले ही कह चुकीं हैं कि किरपाल सिंह की पाकिस्तान के जेल में हत्या की गई है उसकी मौत स्वभाविक नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा पूरा मानना है कि किरपाल सिंह के साथ वहीं हुआ है जो सरबजीत के साथ हुआ था. इस मामले में हाई लेबल जांच होनी चाहिए. भारत को एक जांच दल वहां भेजना चाहिए. उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में सरबजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी.
क्या हुआ था किरपाल के साथ
पचास वर्षीय किरपाल सिंह 1992 में कथित तौर पर वाघा सीमा से पाकिस्तान में घुसे थे जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में उन्हें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बम विस्फोटों के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी. कोट लखपत जेल के एक अधिकारी के अनुसार किरपाल सिंह सोमवार सुबह कोट लखपत जेल में मृत पाया गया था. किरपाल का पोस्टमॉर्टम जिन्ना अस्पताल में किया गया.
पाक ने कहा, हार्ट अटैक से हुई मौत
लाहौर जेल में भारतीय कैदी कृपाल सिंह की मौत पर पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी. जेल प्रशासन ने कहा कि जेल में किरपाल के पास मौजूद कैदियों ने बताया कि उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और तुरंत उनकी मौत हो गई.