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कश्मीर में बाढ का कहर, 16 की मौत, फिर बारिश की चेतावनी

जम्मू : कश्मीर में बाढ़ ने तबाही का आलम एक बार फिर ला दिया है हालांकि यहां सोमवार रात से बारिश थमी हुयी है लेकिन मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ घंटों के बाद फिर बारिश की संभावना जतायी गयी है. अब तक इस बारिश और बाढ़ से 18 लोगों की मौत हो चुकी है […]

जम्मू : कश्मीर में बाढ़ ने तबाही का आलम एक बार फिर ला दिया है हालांकि यहां सोमवार रात से बारिश थमी हुयी है लेकिन मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ घंटों के बाद फिर बारिश की संभावना जतायी गयी है. अब तक इस बारिश और बाढ़ से 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग लापता बताये जा रहे हैं.श्रीनगर में बाढ़ का जायजा लेने गये केंद्रीय मंत्री मुख्‍तार अब्बास नकवी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज दोपहर के बाद रिपोर्ट सौपेंगे.

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को बड़गाम जिले में दो घर धंस गये थे जिसमें से कई शवों का सेना की मदद से बाहर निकाला जा चुका है. अबतक घाटी से 778 लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया जा चुका है. मौसम विभाग की माने तो अगले 72 घंटे में पहाड़ी और मैदानी भागों में फिर बारिश हो सकती है.

जम्मू कश्मीर में बाढ की स्थिति अब तक नियंत्रण में : राजनाथ

केंद्र ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में बाढ की स्थिति अब तक पिछले साल की तरह भयावह नहीं हुई है लेकिन किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों को चौकस कर दिया गया है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया, ‘‘पिछली बार की तरह स्थिति भयावह नहीं है लेकिन हम पूरी तरह से सतर्क हैं और यदि जरुरत पडी तो और अधिक मदद भेजी जाएगी.’’गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कल जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से फोन पर बातचीत की थी जिसमें मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को राज्य में बाढ की स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी थी. गृह मंत्री ने कहा, ‘‘अब वहां हमारी सरकार है. वे अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं. बहरहाल, स्थिति अब तक नियंत्रण में है.’’

क्या है लाल चौक का हाल

श्रीनगर के शहरी इलाकों में फिलहाल पानी नहीं घुसा है लेकिन लाल चौक के दुकानदार अपना सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं. आपको बता दें सिंतबर 2014 में आयी बाढ़ में लाल चौक में पानी भर गया था जिससे कई दुकानों के सामान बर्बाद हो गये थे. दुकानदारों को लाखों का नुकसान हुआ था.

मेघ राहत-2

सेना ने राज्य में ऑपरेशन मेघ राहत-2 चलाकर लोगों को राहत पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है. प्रशासन के बुलावे पर सेना भी राहत एवं बचाव कार्यों में उतर आयी है. सेना ने राज्य भर में चलाये जा रहे बचाव कार्यों में अपने 20 कालम लगाये हैं तथा हेलीकाप्टरों को तैयार रखने को कहा गया है. रक्षा :उत्तरी कमान: के जनसंपर्क अधिकारी कर्नल एस डी गोस्वामी ने बताया कि सेना ने कम नोटिस पर तैनाती के लिए 20 बाढ राहत कालम को तैयार रखा है. एक कालम में 75 से 100 सैनिक होते हैं. उन्होंने कहा कि विभिन्न बाढ राहत स्टोरों एवं उपकरणों को तैयार कर लिया गया है तथा 30 बीएयूटीएस : बोट असाल्ट यूनिवर्सल टाइप : को कम नोटिस पर तैनाती के लिए तैयार रखा गया है. कैबिनेट सचिव अजीत सेठ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में सोमवार को राज्य में बाढ की स्थिति की समीक्षा की गयी तथा संकट से निबटने के लिए किये गये प्रबंधों तथा किये जाने वाले जरुरी प्रबंधों की समीक्षा की गयी.

क्या कर रही है सरकार

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वयं मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से फोन पर बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि राज्य सरकार ने 35 करोड़ रुपये (कश्मीर के लिए 25 करोड़ और जम्मू क्षेत्र के लिए 10 करोड़ रुपये) आवंटित किये हैं. बडगाम जिले के लादेन गांव में एक मकान गिरने की घटना में छह लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई. अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर शोक प्रकट करते हुए इस घटना में मरने वाले लोगों के रिश्तेदारों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.केंद्र सरकार ने तत्काल राहत के रुप में 200 करोड रुपये मंजूर किये हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को स्थिति की समीक्षा करने और आवश्यक सहायता के सिलसिले में राज्य के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कश्मीर भेजा है.


स्वर्ग में सितंबर 2014 में मची थी तबाही

धरती का स्गर्व कहे जाने वाले कश्‍मीर में सितंबर 2014 में भारी तबाही मची थी. इस बाढ़ में 280 लोगों की मौत हुई थी जबकि हजारो लोग बेघर हो गये थे. इस बाढ़ में करोड़ों की संपत्त‍ि का नुकसान हुआ था. बड़ी संख्‍या में लोग बेरोजगार हो गये थे. यहां के लोगों की आमदनी का मुख्‍य स्त्रोत पर्यटन है लेकिन बाढ़ के बाद लोगों का यहां आना कम हो गया.

झेलम में पानी बाढ के स्तर से नीचे

कश्मीर घाटी में पिछले 24 घंटों में बारिश नहीं होने से बाढ का खतरा कम हो गया है और झेलम नदी के जलस्तर में गिरावट आई है. नदी में पानी बाढ के स्तर से नीचे बह रहा है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के संगम में झेलम का जलस्तर 16.45 फुट है जो कि 24 घंटे पहले के 22.80 फुट के जलस्तर की तुलना में छह फुट कम है. उन्होंने बताया कि शहर के राम मुंशी बाग में भी जलस्तर में डेढ फुट से अधिक की गिरावट आई है और जलस्तर के दिन में और गिरने की उम्मीद है.

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