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धर्मातरण मुद्दा : राज्यसभा में पीएम के बयान से कम कुछ नहीं

नयी दिल्ली : जबरन धर्मातरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब की मांग पर विपक्षी सांसदों के अड़े रहने से राज्यसभा में गुरुवार को चौथे दिन भी गतिरोध बना रहा. सरकार ने कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन जवाब संबंद्ध मंत्री ही देंगे. प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने […]

नयी दिल्ली : जबरन धर्मातरण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब की मांग पर विपक्षी सांसदों के अड़े रहने से राज्यसभा में गुरुवार को चौथे दिन भी गतिरोध बना रहा. सरकार ने कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन जवाब संबंद्ध मंत्री ही देंगे. प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने धर्मातरण पर प्रधानमंत्री के जवाब की मांग उठायी.

सदन में तब प्रधानमंत्री भी मौजूद थे. सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तत्काल तैयार है, लेकिन विपक्ष यह कैसे तय कर सकता है कि चर्चा कैसे होगी और चर्चा का जवाब कौन देगा. सरकार को चर्चा कराने में कोई आपत्ति नहीं है. पिछली बार एक मुद्दे पर विपक्ष ने पीएम के जवाब की मांग की, तो प्रधानमंत्री ने जवाब दिया था. इसके बाद विपक्ष के उप नेता (आनंद शर्मा) की बातों से ऐसा संकेत मिला कि अब सदन में निर्बाध कामकाज होगा.’

सरकार ने कहा- हम चर्चा के लिए तैयार, बयान संबद्ध मंत्री ही देंगे

‘‘ देश में शांति है, लेकिन कुछ लोग मुद्दा उठा कर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. कानून व्यवस्था राज्य का विषय है. कानून का उल्लंघन करनेवालों के खिलाफ राज्य सरकारों को कार्रवाई करनी चाहिए.

वेंकैया नायडू, संसदीय कार्य मंत्री

‘‘ यह मुद्दा गंभीर है. विपक्ष का इरादा प्रधानमंत्री की गरिमा कम करने का नहीं है. आपने (प्रधानमंत्री ने) ही सदन में आश्वासन दिया था कि असंयमित बयानों को कठोरता से आप खारिज करेंगे, लेकिन आपके ही दल के सांसद इस तरह के बयान दे रहे हैं.

आनंद शर्मा, उप नेता, विपक्ष

‘‘सदन में प्रश्नकाल और शून्यकाल कई दिनों से बाधित है. जिस मुद्दे पर गतिरोध बना हुआ है उस पर प्रधानमंत्री सदन में मौजूद सांसदों की बातें सुनें और जवाब दे दें. ऐसा करने पर गतिरोध दूर हो जायेगा.’

शरद यादव, जदयू सांसद

राजनाथ चपरासी रख नहीं सकते, जवाब क्या देंगे

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अपनी मर्जी से चपरासी तो रख नहीं सकते, सदन में जवाब क्या देंगे. दरअसल राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच केंद्र सरकार की तरफ से राजनाथ सिंह के बयान देने की जब बात आयी, तो दिग्विजय ने कहा कि राजनाथ सिंह जी आपने क्या गति बना ली है, जो आदमी अपने दफ्तर में चपरासी नहीं रख सकता उससे जवाब की उम्मीद किया करें. चूंकि संघ प्रमुख मोहन भागवत सदन में आ नहीं सकते, तो हमारे पास क्या विकल्प बचता है कि प्रधानमंत्री जवाब दें. हम चर्चा चाहते हैं, लेकिन जवाब पीएम को देना होगा.

हाफिज सईद से तुलना

‘‘ पाकिस्तान के कुख्यात आतंकी सरगना हाफिज सईद ने धमकी दी है कि वह भारत से बदला लेगा. भारत में भी हाफिज के कुछ जुड़वा भाई हैं, जो कथित धर्मातरण करवा रहे हैं. उसके समर्थन में बयान दे रहे हैं.

प्रमोद तिवारी, कांग्रेस सांसद

‘‘ मैं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का सम्मान करता हूं, लेकिन अपने देश के किसी भी व्यक्ति की कुख्यात आतंकी हाफिज सईद से तुलना करना बिल्कुल उचित नहीं है. यह गैर जिम्मेदाराना बयान है.

रविशंकर प्रसाद, दूरसंचार मंत्री

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