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कर्नाटक : नहीं हुआ फ्लोर टेस्ट आज दोपहर तक का मिला वक्त, जानें क्या है बहुमत का गणित
भाजपा विधायकों का रात भर विस में रहने का एलान बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार को कुमारस्वामी सरकार के विश्वास मत पर दिनभर हो हंगामा होता रहा. इस दौरान सत्ता और विपक्ष के 20 विधायक सदन से गायब रहे. जब शाम साढ़े छह बजे कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी तो, […]
भाजपा विधायकों का रात भर विस में रहने का एलान
बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार को कुमारस्वामी सरकार के विश्वास मत पर दिनभर हो हंगामा होता रहा. इस दौरान सत्ता और विपक्ष के 20 विधायक सदन से गायब रहे.
जब शाम साढ़े छह बजे कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी तो, भाजपा विधायक नाराज हो गये और रातभर विधानसभा में ही सोने का एलान कर दिया. देर शाम राज्यपाल ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को शुक्रवार को दोपहर डेढ़ बजे तक बहुमत साबित करने के लिए पत्र लिखा. इससे पहले राज्यपाल ने स्पीकर से गुरुवार को ही विश्वासमत परीक्षण पूरा करने को कहा था, लेकिन स्पीकर ने देर शाम सदन की कार्रवाई अगले दिन के लिए स्थगित कर दी.
भाजपा ने स्पीकर रमेश कुमार विश्वास पर भी बहुमत को टालने का आरोप लगाते हुए राज्यपाल वजुभाई वाला को ज्ञापन भी सौंपा था. तय कार्यक्रम के मुताबिक गुरुवार को कुमारस्वामी ने बहुमत का प्रस्ताव सदन में पेश किया. इस पर देर शाम तक बहस चलती रही और फ्लोर टेस्ट नहीं हो सका.
क्या है बहुमत का गणित
सदन में 224 निर्वाचित सदस्य हैं. जरूरत पड़ने पर मनोनीत सदस्य (एक) भी वोट डाल सकता है. अगर 15 विधायक (एक ने इस्तीफा वापस लिया) वोटिंग में गैरहाजिर रहते हैं, तो कुल संख्याबल 210 पहुंच जायेगा. तब बहुमत के लिए 106 के जादुई अंक की जरूरत होगी. भाजपा के पास कुल 105 विधायक हैं. दो निर्दलीय विधायकों ने पहले ही उसे समर्थन दे रखा है. ऐसे में कुमारस्वामी की सरकार गिर सकती है.
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