* रंगराजन समिति ने सौंपी सरकार को रिपोर्ट
नयी दिल्ली : पूर्व पीएमइएसी चेयरमैन सी रंगराजन की अध्यक्षता वाली एक समिति के मुताबिक देश में हर 10 में से तीन व्यक्ति गरीब है. योजना मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को सौंपी गयी रिपोर्ट में समिति ने सिफारिश की है कि शहरों में प्रतिदिन 47 रुपये से कम खर्च करने वाले व्यक्ति को गरीब की श्रेणी में रखा जाना चाहिए.
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इससे पहले तेंडुलकर समिति ने प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 33 रुपये का पैमाना निर्धारित किया था. समिति का अनुमान है कि 2009-10 में 38.2 प्रतिशत आबादी गरीब थी, जो 2011-12 में घटकर 29.5 प्रतिशत पर आ गयी. इसके विपरीत तेंडुलकर समिति ने कहा था कि 2009-10 में गरीबों की आबादी 29.8 प्रतिशत थी, जो 2011-12 में घटकर 21.9 प्रतिशत रह गयी.
* समिति का गठन क्यों : पिछले साल सरकार ने तेंडुलकर समिति के मानकों और तरीकों की समीक्षा के लिए रंगराजन समिति का गठन किया था, ताकि देश में गरीबों की संख्या के बारे में भ्रम दूर किया जा सके.
रिपोर्ट की खास बातें
* शहरी व्यक्ति एक माह में 1,407 रु (47 रु प्रति दिन) से कम खर्च करता है, तो उसे गरीब समझा जाये. तेंडुलकर समिति के पैमाने में यह राशि प्रति माह 1,000 रुपये (33 रु प्रतिदिन) थी.
* ग्रामीण इलाकों में प्रति माह 972 रु (32 रु प्रतिदिन) से कम खर्च करनेवाले लोगों को गरीबी की श्रेणी में रखा गया है. तेंडुलकर समिति ने यह राशि 816 रुप्रति माह (27 रु प्रतिदिन) तय की थी.
* 2011-12 में भारत में गरीबों की संख्या 36.3 करोड़ थी. तेंडुलकर समिति के अनुसार 2011-12 में घटकर 26.9 करोड़ रह गयी.