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नयी दिल्ली : बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार में राजनीतिक भूचाल आ गया था लेकिन गुरुवार को नीतीश कुमार ने सुबह 10 बजे एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. नीतीश कुमार का यह छठा शपथ ग्रहण है. नीतीश ने इस बार महागठबंधन से नाता तोड़ कर एनडीए के समर्थन से सरकार बनायी है.
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इस घटनाक्रम पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुन गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार ने कांग्रेस और महागठबंधन को धोखा दिया है. नीतीश पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमें पहले से पता था की वे भाजपा के साथ जाना चाहते हैं. राहुल ने कहा कि तीन-चार महीने से खिचड़ी पक रही थी लेकिन नीतीश कुमार को यह समझना चाहिए था कि जनता ने उन्हें सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ जनादेश दिया था.
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राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वक्त आने पर जवाब दे दूंगा… इधर, बिहार में आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा,कि नीतीश ने चुपचाप शपथ ग्रहण लिया है. राज्य में हम बड़ी पार्टी है. तेजस्वी यादव पर आरोप तो बहाना था नीतीश को भाजपा की गोद में जाकर बैठना था. लेकिन बिहार की जनता नीतीश कुमार को सबक सिखाएगी.
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