Indian Airlines: अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि भारत की सबसे सुरक्षित एयरलाइंस कौन सी है और देश के आसमान में किस कंपनी का दबदबा है. विमानन क्षेत्र में तेज़ी से हो रहे विस्तार और प्रतिस्पर्धा के बीच सुरक्षा, विश्वसनीयता और बेड़े की मजबूती अब यात्रियों की पहली प्राथमिकता बनती जा रही है.
इंडिगो का आकाश पर राज
साल 2025 के आंकड़ों के अनुसार भारत की सबसे बड़ी और सबसे भरोसेमंद एयरलाइंस के रूप में इंडिगो का नाम सबसे ऊपर है. दिसंबर 2023 तक इंडिगो के पास लगभग 342 विमान थे, जो 2025 में 430 तक पहुंच सकते हैं. इंडिगो के पास 64% घरेलू बाजार हिस्सेदारी है और यह मुख्य रूप से Airbus A320 परिवार के विमान जैसे A320 और A321neo का संचालन करती है. कम हादसे और समय की पाबंदी इसे यात्रियों की पसंदीदा एयरलाइंस बनाते हैं.
एयर इंडिया – दूसरा सबसे बड़ा बेड़ा लेकिन इतिहास रहा है चुनौतीपूर्ण
एयर इंडिया, जिसमें अब Vistara और AirAsia India का भी विलय हो चुका है, बेड़े की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर है. 2025 तक एयर इंडिया के पास 300 से अधिक विमान हैं, जिनमें Airbus A350, A320 सीरीज़ और Boeing 787, 777 जैसे आधुनिक विमान शामिल हैं. हालांकि, एयर इंडिया की सुरक्षा पर सवाल उठते रहे हैं 1950 से अब तक 7 बड़े हादसे, जिनमें 1000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, कंपनी की छवि पर असर डालते हैं.
स्पाइसजेट और आकासा एयर की मजबूती
तीसरे स्थान पर स्पाइसजेट है, जिसके पास लगभग 60 विमान हैं. यह कंपनी Boeing 737 और Bombardier Dash 8 का संचालन करती है और 64 गंतव्यों को जोड़ती है. चौथे स्थान पर आकासा एयर (Akasa Air) है, जिसके पास अब तक 30 विमान हैं और यह Boeing 737 MAX सीरीज़ का उपयोग करती है। यह नई कंपनी होते हुए भी अपनी समयबद्धता और सुरक्षा के लिए सराही जा रही है.
एयर इंडिया एक्सप्रेस और अन्य कंपनियां
एयर इंडिया एक्सप्रेस के पास 40 विमान हैं, जो मुख्य रूप से Boeing 737 के नए वर्जन हैं. इसके अलावा, एलायंस एयर के पास 20 और स्टार एयर के पास केवल 2 विमान हैं.
भारत के आकाश में कुल कितने विमान?
2023 के अंत तक भारत में कुल 771 शेड्यूल्ड विमान थे और 2025 तक यह संख्या बढ़कर 860 तक पहुंचने की उम्मीद है. इंडिगो और एयर इंडिया ही इस विस्तार में सबसे बड़ा योगदान देने वाले हैं. अगले दो वर्षों में भारत में 250 नए विमान जुड़ने की संभावना है.