हजारीबाग. कैथोलिक महागिरजाघर हजारीबाग में रविवार को संत मोनिका का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया. इस कार्यक्रम में हजारीबाग सदर प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में विश्वासी शामिल हुए. समारोही मिस्सा सुबह 6.30 बजे बिशप आनंद जोजो की अगुवाई में प्रारंभ हुई, जिसमें पल्ली पुरोहित फादर एंटोनी, सहायक फादर रेमंड सहित 10 पुरोहितों ने भाग लिया. मुख्य अनुष्ठान की शुरुआत युवा संघ के प्रवेश नृत्य और कोर्रा टोला के गायक दल के मांदर धुनों के साथ हुई. संत मोनिका की जीवनी पुष्पा बेक द्वारा पढ़ी गयी. जिसमें बताया गया कि चौथी सदी की यह संत महिला अपने विद्रोही पुत्र ऑगस्टाइन को प्रार्थना और धैर्य से मसीही विश्वास में लायीं. बिशप आनंद जोजो ने अपने संदेश में कहा कि हम संत मोनिका का सम्मान उनके विश्वास, धैर्य और प्रेम से प्रेरित होकर अपने परिवारों में मसीही जीवन जीकर ही कर सकते हैं. संपूर्ण मिस्सा में डीपूगढ़ा गायक मंडली ने फादर प्रबल खाखा के नेतृत्व में धार्मिक गीत-संगीत प्रस्तुत किया. मिस्सा के अंत में महिला संघ सभानेत्री लुइसा बाखला ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी सहयोगियों का आभार जताया. कार्यक्रम के समापन पर संत मोनिका के नाम का झंडा फहराया गया और सांस्कृतिक कार्यक्रम व भोज का आयोजन हुआ. यह जानकारी मीडिया प्रभारी आलोक टोप्पो द्वारा दी गयी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

