कोईलवर.
कोईलवर की ओर से चांदी, अखगांव व संदेश की ओर जानेवाली बाइक कार और अन्य छोटे वाहनों के लिए राहत की खबर है. अब उन्हें सकड्डी-नासरीगंज स्टेट हाइवे पर रोजाना लगने वाले भीषण जाम से दो चार नहीं होना पड़ेगा. उनके लिए अब राहत की राह खुल गयी है. लोगों की चिरप्रतीक्षित मांग पर इसके समानांतर सुरक्षा बांध पर वैकल्पिक सड़क का निर्माण कार्य आखिरकार शुक्रवार को शुरू हो गया. इस निर्माण ने इस इलाके के लोगों के वर्षों की मांग को पूरी कर दी है. शुक्रवार को संवेदक ने विधिवत पूजा-पाठ के साथ बांध पर सड़क निर्माण का कार्य का शुभारंभ किया. कोईलवर से संदेश तक करीब 18 किलोमीटर लंबी यह सड़क सोन नदी के बांध पर बनेगी, जो सकड्डी-नासरीगंज मार्ग के लगभग समानांतर होगी. निर्माण कार्य की शुरुआत जेसीबी से बांध की सफाई के साथ की गयी. सकड्डी से संदेश और कोईलवर से चांदी तक का इलाका बालू परिवहन का प्रमुख मार्ग है. बालू लदे व खाली वाहनों के कारण इस मार्ग पर जाम आम बात है. ऐसे में एंबुलेंस और स्कूली वाहन भी घंटों जाम में फंसे रहते थे. इन्हीं परेशानियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोन नदी के बांध पर वैकल्पिक मार्ग का प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा था, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान मंजूरी दी थी. इस सड़क का निर्माण कार्य सरस्वती कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है. कंपनी के संवेदक विवेक कुमार सिंह ने बताया कि सड़क 12 फुट चार इंच चौड़ी होगी और पूरी तरह बिटुमिन (अलकतरा) से बनेगी और इसके निर्माण पर कुल 29 करोड़ रुपये खर्च होंगे. उन्होंने बताया कि परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जायेगा, ताकि जनता को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके. सड़क निर्माण से न सिर्फ कोईलवर और संदेश के बीच आवागमन आसान होगा, बल्कि कई गांवों को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा. इनमें कोईलवर प्रखंड के धनडीहा, फरंगपुर, बहियारा, चांदी, खनगांव, कोसिहांन, गोपालपुर, लोदीपुर, बिसुनपुर, भगवतपुर, जलपुरा व संदेश प्रखंड के: अखगांव, बचरी, नसरतपुर, नारायणपुर, नानसागर, सारिपुर, चिल्होश, रेपुरा, तीर्थकॉल, संदेश सहित कई अन्य गांव शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

