Maharashtra Political Crisis Updates: महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच शिवसेना के कुछ और विधायक महाराष्ट्र से गुवाहाटी के उस होटल में पहुंच गये हैं, जहां एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ मौजूद हैं. सूत्रों का कहना है कि शिवसेना के 37 विधायक उस होटल में मौजूद हैं.
गुवाहाटी में शिवसेना के बागी विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि पहले कई बार विधायकों ने उद्धव ठाकरे जी से कहा था कि कांग्रेस हो या NCP, दोनों ही शिवसेना को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं. कई बार विधायकों ने उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए समय मांगा लेकिन वे उनसे कभी नहीं मिले.
शिवसेना के विधायक दल के नेता नियुक्त किये गये अजय चौधरी ने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को एक चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में कहा गया है कि विधायक दल की बैठक में जो विधायक शामिल नहीं हुए, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये. शिवसेना सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणीस दिल्ली रवाना हो गये हैं. शिवसेना विधायकों की बगावत पर अभी वह कोई बयान नहीं दे रहे हैं. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि दिल्ली में पार्टी के सीनियर लीडर्स के साथ रात के 8:30 बजे उनकी बैठक है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता छगन भुजबल ने कहा है कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि एनसीपी अंतिम क्षण तक उद्धव के साथ खड़ी रहेगी. उन्होंने कहा कि शिवसेना के किसी विधायक ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है. न ही पार्टी ने किसी को अब तक निष्कासित किया है. इसलिए सरकार के पास पर्याप्त संख्या बल है. छगन भुजबल ने ये बातें एनसीपी की बैठक के बाद कही.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे गुट से साफ बोले दिया है कि अगर बागी विधायक चाहते हैं, तो महाविकास अघाडी छोड़ने के लिए तैयार हैं. लेकिन पहले उन्हें मुंबई आकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करनी होगी.
कैलाश पाटिल ने कहा, मुझे सूरत में कैद करके रखा गया. उन्होंने कहा, 1 किलोमीटर भागकर चंगुल से छूटा. इससे पहले नितिश देशमुख ने भी एकनाथ शिंदे गुट से निकलकर मुंबई पहुंचने पर गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने शिंदे पर अपहरण का आरोप लगाया. देशमुख ने कहा, उन्हें कुछ भी नहीं हुआ था, लेकिन सूरत में जबरन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार एक्शन में आ गये हैं. उन्होंने अपने नेता-विधायकों के साथ बातचीत की है. बैठक के बाद उन्होंने शिवसेना अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को कड़े कदम उठाने के लिए कहा है. उन्होंने हम संघर्ष के लिए तैयार हैं.
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को खुली चिट्ठी लिखी है. जिसमें उन्होंने विधायकों की भावनाओं का जिक्र किया है. चिट्ठी में बागी विधायकों ने उद्धव ठाकरे से पूछा, हमें अयोध्या जाने से क्यों रोका गया. बागी विधायकों ने कहा, हमारी हर समस्या एकनाथ शिंदे ही सुनते थे. राज्यसभा चुनाव में हमारे ऊपर क्यों अविश्वास किया गया. हमारे साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया. पिछले ढाई महिने से शिवसेना विधायकों के लिए दरवाजे बंद किये गये. बागी विधायकों ने चिट्ठी में आरोप लगाया और लिखा, उद्धव ठाकरे से केवल कांग्रेस और एनसीपी के विधायक को मिलने का मौका दिया जाता था.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, आज भी हमारी पार्टी मजबूत है. किस हालात और किस दबाव में उन लोगों ने हमारा साथ छोड़ा उसका खुलासा जल्द होगा. उन्होंने कहा, हमारे संपर्क में लगभग 20 विधायक हैं और जब वे मुंबई आएंगे तब इसका खुलासा होगा. जो ED के दबाव में पार्टी छोड़ता है वह बालासाहेब का भक्त नहीं हो सकता.
महाराष्ट्र सियासी संकट का केंद्र बन चुका गुवाहाटी में शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ विरोध शुरू हो चुका है. गुवाहाटी में जहां एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के बागी विधायक ठहरे हुए हैं, वहीं होटल के बाहर TMC नेताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर आप(AAP) के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, लोग भाजपा को हराने के लिए वोट करते हैं लेकिन भाजपा विधायक खरीद कर कृत्रिम बहुमत बनाने की कोशिश करती है. ये लोग देख रहे हैं और सही समय पर इसका जवाब भाजपा से लेंगे. एक भाजपा पार्टी थी अटल बिहारी वाजपेयी साहब की जिसने 1 वोट कम होने की वजह से सरकार को लात मार दी और दूसरी भाजपा पार्टी ये है जो जोड़-तोड़ की सरकार बनाने में और विधायक खरीदने में विश्वास रखती है.
महाराष्ट्र सियासी संकट के बीच शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के गुट में फूट पड़ गयी है. नितिन देशमुख सूरत से नागपुर लौट गये हैं. नागपुर में उनका भव्य स्वागत किया गया. उन्होंने शिंदे पर बड़ा आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा, गुवाहाटी में विधायकों बंधक बनाया गया है. उन्हें कुछ भी नहीं हुआ था, लेकिन जबरन अस्पताल भेज दिया गया था.
शिंदे द्वारा दो दिन पहले बगावत किए जाने और बागी विधायकों के तेवर में कोई नरमी नहीं आने के बीच ठाकरे ने यह कदम उठाया है1 मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा' छोड़ते वक्त शिवसेना नेता नीलम गोरहे और चन्द्रकांत खैरे आदि वहां मौजूद थ. ठाकरे रात करीब 9:50 बजे पत्नी रश्मी ठाकरे, पुत्र एवं कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे और तेजस ठाकरे के साथ जब ‘वर्षा' से ‘मातोश्री' के लिए निकले तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके पक्ष में नारेबाजी की और उनपर पुष्पवर्षा की. ठाकरे परिवार रात करीब 10:30 बजे ‘मातोश्री' के बाहर पहुंचा.
शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे की बगावत की पृष्ठभूमि में पद छोड़ने की पेशकश करने के कुछ ही घंटे बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात दक्षिण मुंबई स्थित अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया और बांद्रा स्थित अपने निजी आवास चले गए. ठाकरे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा को खाली करके ठाकरे परिवार के निजी आवास मातोश्री चले गए हैं.
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