पटना: मई और जून का महीना गरमी की वजह से भले ही लोगों को सता रहा हो, लेकिन फिर भी लोग खुश हैं. इसकी वजह है उनका पसंदीदा फल आम. जी हां, वैसे तो आम की बिक्री फरवरी या मार्च से हो रही है, लेकिन आम का असली मजा अभी देखने को मिल रहा है. अब मार्केट में हर तरफ मालदा आम की खुशबू छा गयी है. इन दिनों शहर के कई बाजारों में लोकल आम भरपूर मात्रा में देखने को मिल रहा है. कई दुकानों को आम से सजाया गया है, जिसे देख लोग आकर्षित हो रहे हैं. इस वजह से इन दिनों मालदा आम की बिक्री खूब हो रही है. इस बारे में शहर के कई लोगों ने बताया कि बिहार का लोकल मालदा आम इसी महीने में मिलता है, इसलिए लोग इस समय का इंतजार करते हैं, ताकि मालदा आम खाने का सही मौका मिले.
मई से मिलने लगता है मालदा आम
बिहार के लोकल मालदा आम का स्वाद मई के अंतिम सप्ताह से लेकर जुलाई के आखिरी सप्ताह तक मिलता है. ऐसे में आम खाने के शौकीन लोग एक साथ पेटी भर आम खरीद कर ले जा रहे हैं. शुरुआती दिनों में आम की बिक्री सबसे अधिक होती है इसलिए ठेले से लेकर थोक विक्रेताओं की बिक्री दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है. इस बारे में आम के थोक विक्रेता आनंद कहते हैं कि आम का व्यापार मई से शुरू हो जाता है. कई व्यापारी बाजार में कच्चा मालदा आम ले कर ही आते हैं. वहां थोक व्यापार होता है, जहां बिहार के कई जिलों से आम मंगाया जाता है. यहां से लोकल दुकानदार आम ले कर पका कर बेचते हैं. वहीं कई ग्राहक भी थोक दुकान से एक पेटी या एक टोकरी कच्चा आम खरीद कर लाते हैं और जैसे-जैसे पकता है, वैसे-वैसे खाते हैं.
अंतिम सीजन में आता है सुकूल आम
फलों का राजा कहलाने वाले आम के भी कई प्रकार हैं, जिसमें सबसे ज्यादा लोगों को मालदा आम पसंद होता है. ऐसे में पटना में इन दिनों सिर्फ मालदा आम आ रहे हैं. वहीं आम के अंतिम सीजन में सुकूल, सीपिया, दशहरी और चौसा तरह के आम भी मिलते हैं. ऐसे आम भी कई लोग पसंद कर रहे हैं. इस बारे में आम खरीद रहे बोरिंग रोड की मंजू देवी कहती हैं कि आम कितने भी तरह के हो, लेकिन सबसे ज्यादा लोग मालदा आम को ही पसंद करते हैं. सीपिया और बंबइया आम भी कई लोगों की पसंद है, जो अंतिम समय में मंगाया जाता है.
भागलपुर और मुजफ्फरपुर से आ रहा आम
इन दिनों मार्केट में बिहार के कई जिलों से आम आने शुरू हो गये हैं, जिसमें लोकल मालदा आम भागलपुर और मुजफ्फरपुर के अलावा बेतिया से मंगाया जा रहा है. इसके अलावा पटना जिला में दीघा, हाजीपुर, ब्यापुर, मनेर से लोकल आम आ रहे हैं. वहीं अन्य राज्यों की बात करें, तो पटना में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश और बंगाल से आम आ रहा है. इस बात की जानकारी देते हुए कई दुकानदारों ने बताया कि शुरुआत में ही आम आना शुरू हो गया है. उम्मीद है कि इस बार आम का व्यापार सही से होगा. आम के लिए लोगों की अच्छी मांग है. पटना में कई महीनों से अल्फांसू व विदेशी आम मिल रहे थे, जिसे कई लोग मजबूरन खरीदते थे. ऐसे में हर कोई मालदा आम का इंतजार करता था. अब लोग लोकल आम खरीदना सही समझ रहे हैं.
कई लोग पूछ रहे थे कि मालदा आम कब आयेगा
ऐसे में हर साल आम के सीजन में ज्यादा से ज्यादा आम मंगा कर रखना पड़ता है. कई दिनों से लोग मालदा आम के बारे में पूछ रहे थे. ऐसे में मालदा आम आते ही लोगों ने आम खरीदना शुरू कर दिया है. मार्केट में अभी लोकल में मालदा के साथ बंबइया आम मिल रहा है. आम का असली बिजनेस तीन महीने रहता है, इस समय मेहनत भी करना होता है.
दिलीप कुमार, आम विक्रेता
अन्य फलों की तुलना में आम की मांग ज्यादा होती है. ऐसे में जब मालदा आम आना शुरू होता है, तो लोगों की भीड़ आ जाती है. हमारे कई ग्राहक इन दिनों हर दूसरे दिन आम खरीद कर ले जा रहे हैं. यहां कई ऑफिसर्स भी आम खरीदते हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा मालदा आम मंगा कर रखना पड़ता है. हम लोग मुसल्लहपुर हाट से आम लाते हैं.
चितरंजन, आम विक्रेता
आम की कीमत
लोकल मालदा आम 80 से 100 रुपये किलो
बाहरी आम 120 से 150 रुपये किलो
बंबइया आम 80 से 120 रुपये किलो
अल्फांसू आम 500 रुपये दर्जन