Neem Karoli Baba: भारत के एक प्रसिद्ध संत नीम करोली बाबा को आज भी लोग बहुत श्रद्धा और प्रेम से याद करते हैं. हालांकि आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और शिक्षाएं आज भी उनके भक्तों के जीवन को दिशा देते हैं. उनका आश्रम, जिसे कैंची धाम कहा जाता है, उत्तराखंड के नैनीताल जिले की सुंदर पहाड़ियों में बसा हुआ है. हर साल यहां लाखों भक्त नीम करोली बाबा के दर्शन करने और आशीर्वाद लेने आते हैं. ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से ये बताने जा रहें है कि नीम करोली बाबा कितना पढ़ें लिखें थे और उनका असली नाम क्या था.
नीम करोली बाबा बचपन और शिक्षा
नीम करोली बाबा का असली नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था. उनका जन्म उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. मान्यता के अनुसार, नीम करोली बाबा ने प्रारंभिक शिक्षा तो प्राप्त की थी, लेकिन बहुत अधिक औपचारिक पढ़ाई नहीं की थी. उन्होंने महज 17 साल में ही दिव्य ज्ञान प्राप्त कर लिया था.
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नीम करोली बाबा का विवाह
नीम करोली बाबा का जीवन आम लोगों से बिल्कुल अलग था. नीम करोली बाबा के पिता ने उनकी शादी 11 वर्ष की उम्र में ही कर दी थी. लेकिन उनका मन, मोह माया में नहीं बंध पाया इसलिए उनका मन आध्यात्म की तरफ आकर्षित हुआ और वे घर छोड़ कर नैनीताल जिले में कैंची धाम पहुंच गए. हालांकि, फिर वे अपने परिवार के कहने पर दोबारा घर गए थे. जहां उन्होंने परिवार की जिम्मेदारियां भी उठाई थी.
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