Jharkhand Mini Lockdown Impact (इटखोरी, चतरा) : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए झारखंड सरकार द्वारा घोषित स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के गाइडलाइन के तहत चतरा के मां भद्रकाली मंदिर में भी अन्य मंदिरों की तरह श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक है. पिछले डेढ़ महीने से श्रद्धालु माता का दर्शन नहीं कर पा रहे हैं, जिससे इनमें मायूसी है.

दूर क्षेत्र से लोग दर्शन करने के उद्देश्य से यहां आते हैं, लेकिन मंदिर बंद होने के कारण नाराज व निराश होकर वापस लौट जाते हैं. गुरुवार को भी सैकड़ों भक्त मायूस होकर लौट गये. श्रद्धालुओं का कहना है कि जब मॉल, मंडी, कार्यालय, रेलवे स्टेशन खुला हुआ है, तो फिर मंदिर क्यों बंद है. सरकार को तत्काल इसपर विचार कर दर्शन के लिए नया गाइडलाइन जारी करना चाहिए.
इस संबंध में श्रद्धालु प्रभात मिश्रा ने कहा कि काफी दिनों बाद माता का दर्शन करने के उद्देश्य से पूरे परिवार के साथ आया था, लेकिन मायूस होकर वापस लौट रहा हूं. मंदिर आस्था से जुड़ा है. इसे खोल देना चाहिए. जब सारा बाजार खुल चुका है, तो फिर मंदिरों पर रोक नहीं लगानी चाहिए.
वहीं, बरही से पूजा करने आये सुशील कुमार ने कहा कि मां भद्रकाली का दर्शन करने आये थे, लेकिन बिना दर्शन किये लौटना पड़ रहा है. अबतक मंदिर बंद रहना पीड़ादायक है. जब सरकार का कार्यालय खुला हुआ है, तो क्या केवल मंदिर से ही कोरोना फैलने का खतरा है. सरकार को नयी गाइडलाइन जारी कर मंदिर खोलने पर विचार करनी चाहिए. बाजारों में जितनी भीड़ जुट रही है उसका एक हिस्सा भीड़ मंदिर में नहीं जुटेगा. यह धार्मिक आस्था से जुड़ा है.
चतरा के पप्पू कुमार ने कहा कि पूरे परिवार के साथ पूजा करने मां भद्रकाली मंदिर आया था, लेकिन बिना पूजा किये बाहर गेट पर माथा टेक कर लौट रहे हैं. माता का दर्शन नहीं होने से मन निराश व दुखी है. सरकार मंदिरों को भी खोले, ताकि हम जैसे कई और भक्त माता का दर्शन कर पाये.
Posted By : Samir Ranjan.

