Share Market: सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों में ज़बरदस्त उछाल देखने को मिला. इसकी दो बड़ी वजहें रहीं—पहली, भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव कम होने की खबर, और दूसरी, अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध में अस्थायी सुलह. इन दोनों सकारात्मक संकेतों ने बाजार में जबरदस्त तेजी की लहर ला दी. बीएसई सेंसेक्स 2,975.43 अंकों की छलांग लगाकर 82,429.90 के स्तर पर बंद हुआ, यानी 3.74% की बढ़त. वहीं, एनएसई निफ्टी 916.70 अंक चढ़कर 24,924.70 पर बंद हुआ, यानी 3.82% की उछाल के साथ.
सीजफायर से बाजार को राहत
Geojit Investments Limited के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वी.के. विजयकुमार ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम ने बाजार को नई ऊर्जा दी है.” उन्होंने आगे कहा, “घरेलू स्तर पर मजबूत GDP ग्रोथ की उम्मीद, FY26 में कमाई में तेजी और गिरती महंगाई व ब्याज दरें इस रैली को और मजबूती दे रही हैं.” विदेशी निवेशकों की लगातार खरीददारी भी आज की तेज़ी का एक बड़ा कारण रही.
फार्मा सेक्टर पर अमेरिकी झटका
हालांकि, बाजार की इस चौतरफा तेजी में फार्मा सेक्टर थोड़ी देर के लिए दबाव में रहा. वजह—अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई योजना. ट्रंप सोमवार देर रात एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करने वाले हैं, जिसका मकसद अमेरिका में दवाओं की कीमतों को 30 से 80 फीसदी तक कम करना है. इस खबर का असर भारतीय फार्मा कंपनियों पर भी पड़ा. हालांकि शुरुआती दबाव के बावजूद निफ्टी फार्मा इंडेक्स 0.15% की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि बाकी सेक्टोरल इंडेक्स 2-4% तक चढ़े. विजयकुमार ने कहा, “फार्मा स्टॉक्स पर ट्रंप के इस फैसले का असर पड़ सकता है, लेकिन सेक्टर ने आज उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है.”
अब आगे क्या देखना होगा?
- अप्रैल-जून तिमाही के नतीजे (Q4 earnings)
- खुदरा महंगाई के आंकड़े
- और पश्चिमी सीमाओं से जुड़ी राजनीतिक हलचलें.
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