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Coronavirus की वजह से ध्वस्त हो गया शेयर बाजार, निवेशकों को लगी 11 लाख करोड़ रुपये की चपत

Coronavirus की वजह से गुरुवार को शेयर बाजार ध्वस्त हो गया. सेंसेक्स ने 2,919.26 अंकों का गोता लगाया और निफ्टी 9,600 के बेंचमार्क से फिसलकर 57 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गया. बाजार की इस गोताखोरी की वजह से निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

मुंबई : कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर वैश्विक बाजार हलकान हैं और इसका असर भारतीय बाजार पर भी है. इसे वैश्विक महामारी घोषित किये जाने के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स में 2919.26 अंक ध्वस्त हो गया. अंकों के आधार पर यह सेंसेक्स की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है. वहीं, एक दिन में निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ रुपये का बट्टा लग गया.

वैश्विक बाजारों में भी तेज गिरावट देखी गयी. स्थानीय बाजार के प्रमुख 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय 3,204.30 अंक तक गोता लगा गया था. अंत में यह 2,919.26 अंक यानी 8.18 फीसदी की गिरावट के साथ 32,778.14 अंक पर बंद हुआ. एनएसई के निफ्टी में भी भारी गिरावट रही. निफ्टी 868.25 अंक यानी 8.30 फीसदी गिरकर 9,590.15 अंक पर बंद हुआ.

एसबीआई को सबसे बड़ा 13.23 फीसदी का नुकसान : सेंसेक्स की सभी कंपनियां नुकसान में रहीं. भारतीय स्टेट बैंक (RBI) को सर्वाधिक 13.23 फीसदी का नुकसान हुआ. ओएनजीसी, एक्सिस बैंक, आईटीसी और टीसीएस के शेयरों में भी 10 फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली. विश्व व्यापार संगठन के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को महामारी घोषित करने का वैश्विक शेयर बाजारों पर बहुत बुरा असर पड़ा.

ट्रंप ने आने वाली यात्रियों पर लगायी रोक : इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटेन समेत यूरोप से आने यात्रियों के प्रवेश पर 30 दिन के लिए प्रतिबंधित लगा दिया. इसका वित्तीय और जिंस बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव हुआ है. विश्लेषकों का कहना है कि कोराना संक्रमण की रोकथाम के लिए देश बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रहे हैं. इससे वैश्विक आर्थिक मंदी का जोखिम गहराने लगा है.

ब्रेंट क्रूड और रुपया का गिर गया भाव : कारोबार के दौरान रुपया 49 पैसे गिरकर 74.17 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा था. ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव भी 5.50 फीसदी गिरकर 33.82 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था. एशियाई बाजारों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली. जापान का निक्की 4.41 फीसदी, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 3.87 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 3.66 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट 1.52 फीसदी की गिरावट में रहा.

निवेशकों को 11 लाख करोड़ रुपये की चपत : भारतीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट की वजह से बाजार मूल्य के हिसाब से निवेशकों के 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गये. शेयरों के भाव टूटने से निवेशकों की बाजार हैसियत (Market Capital) को 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. बीएसई (BSE) में सूचीबद्ध (Listed) कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (Market Capital) बुधवार को कारोबार खत्म होने पर 137.12 लाख करोड़ रुपये था, जो गुरुवार को कारोबार के अंत में घटकर 125.86 लाख करोड़ रुपये रह गया.

विदेशी फंड बाहर जाने पर पड़ा उल्टा असर : व्यापारियों ने कहा कि वैश्विक रुख के अलावा विदेशी फंड के लगातार बाहर जाने के चलते निवेशकों की भावनाओं पर उल्टा असर पड़ा. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को सकल आधार पर 3,515.38 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची. बीएसई में 2,243 शेयरों में गिरावट आयी और सिर्फ 224 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 106 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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