सीबीआई ने ईपीएफओ, गुंटूर के लगभग 20 अधिकारियों के खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज किये हैं. सीबीआई ने निजी पीएफ कंसल्टेंट से ईपीएफओ का डेटा साझा करने के मामले में ईपीएफओ के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
पेटीएम, फोनपे और गूगल पे के जरिये दिया गया रिश्वत
सीबीआई ने बताया कि इन अधिकारियों ने पेटीएम, फोनपे और गूगल पे के जरिये धन प्राप्त किया. ईपीएफओ अधिकारियों ने रिश्वत की यह रकम क्लेम के सेटेलमेंट और अन्य नियमित कार्यों को करने के बदले में ली.
फोन की जांच में रिश्वत लिये जाने प्रमाण मिले
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने पर सीबीआई ने ईपीएफओ गुंटुर के क्षेत्रीय कार्यालय में औचक निरीक्षण किया. उस दौरान कई अधिकारियों के फोन उनसे जब्त किये गये. फोन की जांच में रुपये के लेन-देन का खुलासा हुआ.
पासवर्ड यूएएन नंबर शेयर किये गये
सीबीआई ने बताया कि फोन की जांच में पासवर्ड यूएएन नंबर शेयर करने की जानकारी मिली साथ ही रिश्वत लिये जाने के सबूत भी मिले. ईपीएफओ मुंबई में ईपीएफ दावों से जुड़े 18 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में सीबीआई ने मुंबई में चार स्थानों पर तलाशी ली, जहां करीब 13.40 लाख रुपये नकद बरामद किये गये.
फर्जी पीएफ अकाउंट खोलकर राशि निकाले
सीबीआई की ओर से बताया कि ईपीएफओ के अधिकारियों ने बंद हो चुकी कंपनियों के कुछ लोगों के नाम से फर्जी पीएफ अकाउंट खोला, जिनमें से प्रत्येक खाते में करीब दो लाख रुपये से चार लाख रुपये जमा हुए प्रदर्शित किये और फर्जी दावे दाखिल कर इन खातों से रकम निकाल ली.