नयी दिल्ली : ऑनलाइन बिक्री पोर्टल स्नैपडील ने बनारस के हजारों बुनकरों और कारीगरों को बाजार उपलब्ध कराने के लिये भारतीय डाक के साथ भागीदारी की है. इस भागीदारी की शुरुआत करते हुये स्नैपडील ने बनारस के डाकघरों में अपने सुविधा केंद्र खोले हैं. इनके माध्यम से बनारस के स्थानीय बुनकर अपने उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे.
स्नैपडील के मुख्य कार्यकारी एवं सह संस्थापक कुनाल बहल ने कहा, ‘यह स्नैपडील और भारतीय डाक की ओर से स्थानीय कारीगरों, छोटे एवं मध्यम उद्यमियों की सुविधा के लिए किया गया प्रयास है, वह इस प्लेटफार्म के जरिये अपने स्वदेशी उत्पादों का प्रचार प्रसार और बिक्री कर सकते हैं.’
उन्होंने बताया कि स्नैपडील और इंडिया पोस्ट की इस भागीदारी के जरिये बुनकर स्नैपडील के बिक्री पोर्टल पर अपने उत्पादों को सूचीबद्ध कराकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहुंच बना सकते हैं और इस पर उन्हें कोई खर्च भी नहीं लगेगा. भारतीय डाक उनके उत्पादों को प्राप्त करने और खरीदारों तक पहुंचाने का काम करेगा.
कुनाल बहल ने कहा, ‘देश में कई अच्छे बुनकर और बेहतर कलाएं हैं. हालांकि, तेजी से बदलते बाजार के स्वरुप और तैयार उत्पादों के इस दौर में हम अपनी समृद्ध विरासत को भूल रहे हैं. यदि हम अब भी सक्रिय नहीं होते हैं, तो जल्द ही ऐसी कलायें और बुनकर विलुप्त हो जाएंगे.’
स्नैपडील और भारतीय डाक के बीच इस भागीदारी के जरिये बनारस के बुनकरों की पहुंच देश के कोने-कोने तक होगी और अधिक से अधिक बुनकरों, कारीगरों को इस मंच से जोडने का काम करेगी. इससे पहले भारतीय डाक ने स्नैपडील के साथ भारतीय डाक टिकट संग्रह करने वालों तक पहुंचने के लिए भागीदारी की थी.
इसके माध्यम से डाक टिकट संग्राहकों को 300 से 5,500 रुपये के बीच डाक टिकट ब्रिकी की पेशकश की गयी. उल्लेखनीय है कि भारतीय डाक के देशभर में 1.54 लाख डाकघर हैं जो कि दुनिया का सबसे व्यापक नेटवर्क है.
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