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वॉशिंगटनः पहली बार अमेरिका ने पाकिस्तान को भारत में आतंकवादी हमलों के लिए स्पष्ट रूप से जिम्मेदार बताया है. अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि पाकिस्तान के आतंकवादी भारत और अफगानिस्तान में हमले की योजना बना रहे हैं.
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इन आतंकवादियों को पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा है और इसलिए भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में लगातार तल्खी आ रही है. अमेरिका ने पाकिस्तान को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि यदि भारत-पाक सीमा पर और आतंकवादी हमले हुए, तो दोनों देशों के रिश्ते बद से बदतर हो जायेंगे.
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नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक डेनियल कोट्स ने एक सुनवाई के दौरान सांसदों से कहा, ‘भारत विरोधी आतंकवादियों को मिलनेवाले सहयोग को बंद करा पाने में पाकिस्तान की नाकामी और इस नीति के खिलाफ नयी दिल्ली की बढ़ती असहिष्णुता, साथ ही सीमा पार से जनवरी, 2016 में पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले में पाकिस्तानी जांच में कोई प्रगति नहीं होने के कारण 2016 से द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट आने लगी थी.
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कोट्स ने कहा कि 2016 में आतंकवादियों के पाकिस्तान पार कर भारत आने और दो बड़े हमलों को अंजाम देने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते और ज्यादा तनावपूर्ण हो गये हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों पर लगाम कसने में नाकाम रहा है और भारत का धैर्य जवाब दे रहा है.
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कोट्स के मुताबिक, ‘पाकिस्तान अपना एटमी जखीरा बढ़ा रहा है, ताकि जररूत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके.’ कोट्स ने कहा कि वर्ष 2017 में अगर भारत पर कोई बड़ा हमला होता है, तो भारत-पाक संबंध और खराब होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की ओर से सीमा पर गोलीबारी जारी रही, तो बातचीत भी मुमकिन नहीं हो पायेगी.
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कोट्स के मुताबिक, भारत, पाकिस्तान के साथ एक ही सूरत में बातचीत चाहता है, जब वह सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद कर दे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव तभी दूर होगा, जब वर्ष 2017 में नये सिरे से बातचीत हो.
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बातचीत की पृष्ठभूमि तैयार करने के लिए पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद में कमी लाने के साथ-साथ पठानकोट हमले की जांच में भी तेजी लेनी होगी. ज्ञात हो कि पिछले साल जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले में सात जवान शहीद हो गये थे.