Homework help with ChatGPT: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब पढ़ाई में भी मददगार साबित हो रहा है. हाल ही में, एक 10 साल के छात्र ने ChatGPT की मदद से भारतीय क्रिकेट के दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) पर एक शानदार निबंध लिखा और उसे स्कूल असाइनमेंट में ‘A’ ग्रेड मिला.
MS धोनी और ChatGPT
इस छात्र को अपने होमवर्क में महेंद्र सिंह धोनी के जीवन और उनकी उपलब्धियों पर 10 लाइनें लिखनी थीं. उसने ChatGPT से मदद ली, जिसने संक्षिप्त लेकिन प्रभावी जानकारी दी. इसमें धोनी के जन्म, क्रिकेट करियर, कप्तानी, वर्ल्ड कप जीत, शांत स्वभाव और क्रिकेट से संन्यास तक के सफर को शामिल किया गया था.
AI टूल की मदद
इस वाकये को रेडिट पर एक यूजर ने शेयर किया है. उन्होंने बताया कि बच्चा पहले असाइनमेंट को लेकर चिंतित था, लेकिन AI टूल की मदद से उसने जल्दी और आसानी से पूरा कर लिया. शिक्षकों ने भी निबंध की सराहना की और बताया कि यह सरल, स्पष्ट और सटीक था.
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मामला इंट्रेस्टिंग है
रेडिट पर इंडिया सोशल नाम के हैंडल पर एक यूजर ने लिखा है- कल रात मेरा 10 साल का भतीजा मुझसे अपना होमवर्क पूरा करने में मदद मांग रहा था, जिसमें उसे “एमएस धोनी पर 10 लाइनें” लिखनी थीं. मैंने उसकी मदद करने से मना कर दिया क्योंकि उसे खुद सीखना चाहिए. इससे वह गुस्सा होकर अपने कमरे में चला गया.
लेकिन जो आज हुआ, वह अविश्वसनीय था! वह स्कूल से लौटकर मेरे पास आया और मुझसे बोला, “चाचू, आपको क्या लगा कि अगर आप मेरी मदद नहीं करोगे तो मैं अपना निबंध पूरा नहीं कर पाऊंगा? ये देखोoo!” भाई साहब पूरी ऐंठ में था, अपना A+ ग्रेड दिखा रहा था. और सिर्फ इतना ही नहीं, उसकी टीचर ने उसे “ग्रैटिट्यूड बॉक्स” नाम का स्नैक्स का डब्बा भी दिया था!
मैं हैरान रह गया क्योंकि उसके लिखे हुए पॉइंट्स इतने बेहतरीन थे कि मुझे यकीन ही नहीं हुआ. फिर मैंने उससे पूछा कि उसने ये कैसे किया, और उसने मुझे अपनी ChatGPT से हुई पूरी बातचीत दिखा दी!
‘जेन अल्फा’ के लिए तैयार नहीं एजुकेशन सिस्टम!
रेडिट यूजर ने इस पोस्ट को खास टाइटल के साथ शेयर किया है. यह टाइटल है- “एजुकेशन सिस्टम इस ‘जेन अल्फा’ के लिए तैयार नहीं है.” हालांकि, यह सच है कि एआई लगभग हर फील्ड में हमारी मदद कर रहा है, लेकिन बात जब स्कूली शिक्षा की हो, तो हमें ज्यादा सतर्क हो जाने की जरूरत है. शिक्षाविदों का कहना है कि छात्रों को AI पर पूरी तरह निर्भर नहीं होना चाहिए बल्कि अपनी सोच और रचनात्मकता को भी विकसित करना चाहिए.
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