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सिलीगुड़ी में भी नारायणा स्कूल का आगाज

सिलीगुड़ी : शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में परचम लहराते हुए रामा नारायणा एडुकेशन ट्रस्ट ने अब सिलीगुड़ी में भी नारायणा स्कूल का आगाज कर दिया है. शहर के सेवक रोड के तीन माइल में नारायणा का भब्य स्कूल बन चुका है़ जिसका आगाज सोमवार को हो गया़ स्कूल कैंपस में आयोजित रंगारंग समारोह […]

सिलीगुड़ी : शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में परचम लहराते हुए रामा नारायणा एडुकेशन ट्रस्ट ने अब सिलीगुड़ी में भी नारायणा स्कूल का आगाज कर दिया है. शहर के सेवक रोड के तीन माइल में नारायणा का भब्य स्कूल बन चुका है़ जिसका आगाज सोमवार को हो गया़ स्कूल कैंपस में आयोजित रंगारंग समारोह के बीच बतौर अथिति बीएसएफ के आइजी कमल नयन चौबे व स्कूल के वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक अनिल सक्सेना ने संयुक्त रूप से इसका उद्घाटन किया.
समारोह को संबोधित करते हुए कमल नयन ने जहां स्कूल के विशेषतओं की तारीफ की वहीं शुभकामनाएं भी दी. दूसरी ओर श्री सक्सेना ने नारायणा को देश का सबसे बेहतर और एशिया का सबसे बड़ा शिक्षण संस्थान होने का दावा किया. उन्होंने कहा कि देश के 13 राज्यों में नारायणा के 549 से अधिक स्कूल – सेंटर और 3.3 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं हैं. श्री सक्सेना ने कहा कि नारायणा ने 37 वर्ष पहले बेहतर शिक्षा का अलख जगाने का जो संकल्प लिया था वह आज भी अनव्रत जारी है और इसका लगातार विस्तार किया जा रहा है. समारोह के दौरान मंच पर डिप्टी कमांडेंट प्रिय रंजन, समाजसेवी जीएस होरा, प्रवेश गोयल, उत्तर बंग मारवाड़ी भवन के अध्यक्ष नेमचंद जैन, युवा उद्योगपति अनिल मसानी भी अतिथि के रूप में मौजूद थे. इस मौके पर भारी तादाद में स्कूल के छात्र-छात्राएं, अभिभावक एवं स्कूल की शिक्षक-शिक्षिकाएं व कर्मचारी मौजूद थे.
सुविधाएं- समारोह समाप्ति के बाद आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान प्रिंसिपल राजिव घोष राय ने स्कूल द्वारा छात्र-छात्रा को दी जी जानेवाली सुविधाओं से मीडिया को रूबरू कराया. स्कूल कैंपस के भीतर बच्चों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका विशेष तौर पर ध्यान रखा जाता है. क्लासेस हो या खेल का मैदान या फिर होस्टल रूम हर जगह अत्याधुनिक तकनीकि से हरेक सुख-सुविधाएं मुहैया करायी जाती है. उन्होंने कहा कि बच्चों के खाने-पीने पर भी खास ध्यान दिया जाता है. साथ ही देश के बेहतरीन व योग्य शिक्षकों की टीम बच्चों को मॉर्डन तकनीक से रूबरू कराती है और बच्चों को हमेशा अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाता है.
खासियतः- राजीव घोष राय ने स्कूल की खासियतों की जानकारी देते हुए कहा कि नारायणा में बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं दिया जाता, बल्कि हर क्षेत्र के लिए उनको बेहतर योद्धा तैयार करता है. श्री राय ने कहा कि देश में प्रत्येक वर्ष आइआइटी में 40 फिसदी छात्र अकेले नारायणा के होते हैं. इसके अलावा डॉक्टर, इंजीनियर, आर्किटेक्ट, आइएएस, आइपीएस, चार्टड एकाउंटेंट व अन्य पेशेवर क्षेत्रों में नारायणा का महत्त्वपूर्ण योगदान है.
लक्ष्यः- राजीव घोष राय ने कहा कि नारायणा का लक्ष्य कोटा, बैंगलूरू के बाद अब सिलीगुड़ी को भी एडुकेशन हब बनाना है. इसकी वजह केवल सिलीगुड़ी या उत्तर बंगाल ही नहीं, बल्कि पूर्वोत्तर भारत के छात्र-छात्राओं को भी बेहतरीन शिक्षा के लिए कोटा, बैंगलूरू या अन्य जगहों पर निर्भर न रहना पड़े. साथ ही पूरे उत्तर बंगाल के अलावा बिहार, सिक्किम, असम, अरूणाचल प्रदेश व अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के साथ ही पड़ोसी देश बांग्लादेश, नेपाल, भूटान के भी छात्र-छात्राओं को आकर्षित करना नारायणा का लक्ष्य है.

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