दोनों तरफ से नारेबाजी के बाद तृणमूल-भाजपा कार्यकर्ताओं में हो गयी थी मारपीट
प्रतिनिधि, बैरकपुर.
बीजपुर में भाजपा की रैली देख ””जय बांग्ला”” के नारे लगाने पर हुए हंगामे के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता की कथित पिटाई कर सिर फोड़ने के आरोप में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. इनके नाम सुमन सरकार, सोनू सिंह और तापस घोष हैं. बुधवार देर रात तीनों को दबोचा गया. गुरुवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गयी. वहीं, बैरकपुर कोर्ट भवन में तीनों से मिलने के लिए बैरकपुर के पूर्व सांसद अर्जुन सिंह समेत बैरकपुर सांगठनिक जिला भाजपा के नेतागण पहुंचे थे. मौके पर श्री सिंह ने कहा कि वह इन कार्यकर्ताओं के साथ हैं. पार्टी हर तरह से कानूनी सहायता व सहयोग करेगी. श्री सिंह ने आरोप लगाया है कि वे लोग तृणमूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थाने गये थे, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की. उलटे भाजपा के ही तीनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. यही ममता की पुलिस की विशेषता है. उन्होंने दावा किया कि अगर डेढ़ से दो करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिये जायें, तो पुलिस भी ममता बनर्जी को नहीं बचा पायेगी.
मालूम हो कि बुधवार को नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में बीजपुर में एक रैली निकाली गयी थी. कांचरापाड़ा गांधी चौराहे के पास से रैली को जाते देख स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने ””जय बांग्ला”” के नारे लगाये थे. आरोप है कि उस दौरान कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय बांग्ला का नारा लगाने वाले तृणमूल कार्यकर्ता शांतनु मुखर्जी को पार्टी के झंडे के डंडे से ही पिटाई कर दी थी, जिसमें उसका सिर फट गया था.
बताया जा रहा है कि तृणमूल के कुछ कार्यकर्ता सड़क किनारे खड़े होकर ””जय बांग्ला”” और ””चोर चोर”” के नारे लगा रहे थे. इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जवाब में ””””””””जय श्री राम”””””””” के नारे लगाये. फिर दोनों पक्षों में मारपीट हो गयी. अंत में पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया. पीड़ित तृणमूल कार्यकर्ता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था.
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