कोलकाता. फर्जी दस्तावेजों के जरिये भारतीय पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह की जांच के तहत प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के हाथों गिरफ्तार आजाद मल्लिक उर्फ आजाद हुसैन नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की जांच की रडार पर है. वह बांग्लादेशी नहीं, बल्कि पाकिस्तान का नागरिक है, इसका खुलासा पहले ही हो चुका है. जांच एजेंसी इस बात की आशंका को खारिज नहीं कर रही है कि मल्लिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए काम करता है. सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में उसने लगातार अधिकारियों को भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन जांच में उसे लेकर कई अहम तथ्य भी मिले हैं. मल्लिक अवैध तरीके से बांग्लादेश से भारत में घुसा और वर्ष 2020 में उसने एक भारतीय महिला से विवाह किया. उसने अपनी पत्नी और ससुरालवालों के दस्तावेजों की मदद से मतदाता पहचान पत्र भी बनवा लिया. यह बात सामने आ रही है कि वर्ष 2021 में उसने राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान भी किया था. इडी ही नहीं, बल्कि एनआइए भी इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आजाद के जरिये क्या पाकिस्तान के नागरिक भारत में घुसे. यदि ऐसा है, तो उनकी तादाद कितनी है. उससे जुड़े सभी पहलुओं की पता लगाने की कोशिश जारी है.
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