संवाददाता, कोलकाता
लोकआस्था के चार दिवसीय पर्व छठ पूजा के तीसरे दिन यानी रविवार को अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा के बीच रवींद्र सरोवर (लेक) को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है. कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए) ने राष्ट्रीय पर्यावरण न्यायाधिकरण के आदेश के अनुपालन में यह निर्णय लिया है. अब रवींद्र सरोवर मंगलवार शाम छह बजे तक बंद रहेगा.
पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए केएमडीए ने रवींद्र सरोवर के सभी 12 प्रवेश द्वारों पर बैरिकेड्स लगा दिये हैं. सोमवार और मंगलवार को पुलिस बल की तैनाती भी की जायेगी ताकि किसी तरह की अवैध प्रवेश की घटना न हो. वर्ष 2017 में कुछ लोगों द्वारा जबरन लेक परिसर में प्रवेश करने के बाद से 2018 से छठ के दौरान यह स्थल बंद रखा जाने लगा. केएमडीए ने रवींद्र सरोवर में छठ पूजा पर रोक लगने के बाद महानगर भर में 39 स्थायी और अस्थायी घाट तैयार किये हैं. वहीं, कोलकाता नगर निगम ने छह अस्थायी घाट बनाये हैं. महानगर में कुल 188 घाटों पर छठ पूजा की व्यवस्था की गयी है, जहां महिलाओं के लिए अलग चेंजिंग रूम, बायो-टॉयलेट, पर्याप्त प्रकाश और पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी.
हर वर्ष की तरह इस बार भी कोलकाता में सबसे बड़ी छठ पूजा दहीघाट और तख्तघाट पर आयोजित होगी, जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल होंगी. बड़ाबाजार से बागबाजार तक गंगा के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष रोशनी और सुरक्षा की व्यवस्था की गयी है. किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए गोताखोरों की तैनाती भी की गयी है.
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