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सीमा शुल्क अधिकारी पर घर में घुसकर भीड़ का हमला

दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर थाना क्षेत्र के राजपुर इलाके में कस्टम्स (सीमा शुल्क) विभाग के एक अधिकारी के घर में घुसकर भीड़ ने हमला किया.

अधिकारी का सिर फटा मिलने पहुंचे भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी

संवाददाता, कोलकाता

दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर थाना क्षेत्र के राजपुर इलाके में कस्टम्स (सीमा शुल्क) विभाग के एक अधिकारी के घर में घुसकर भीड़ ने हमला किया. घटना शनिवार रात की है. मामूली सड़क विवाद हिंसा में बदल गया. लोगों के एक समूह ने अधिकारी के मकान में घुसकर हमला किया. हमलावरों ने अधिकारी का सिर फोड़ दिया और उनकी पत्नी से बदसलूकी की.

पीड़ित अधिकारी प्रदीप कुमार कोलकाता में कस्टम्स विभाग में कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि शनिवार शाम वह सोनारपुर के राजपुर इलाके में अपनी कार से अपने रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में दाखिल हो रहे थे, तभी एक ऑटोरिक्शा ने उनकी कार को टक्कर मार दी. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामूली हादसे के बाद ऑटोचालक ने झगड़ा शुरू कर दिया. रात करीब साढ़े नौ बजे वही ऑटोचालक अपने साथ काफी संख्या में लोगों को लेकर उनके आवास पर पहुंचा. आरोप के अनुसार, भीड़ ने जबरन कोलैप्सिबल गेट तोड़ा, अंदर प्रवेश किया और मारपीट शुरू कर दी. हमले में प्रदीप कुमार के सिर पर गंभीर चोट आयी और उन्हें टांके लगाने पड़े. अधिकारी ने यह भी दावा किया कि हमलावरों ने उनकी पत्नी के साथ भी धक्का-मुक्की और अभद्रता की. घटना का सीसीटीवी फुटेज (जिसकी सत्यता की पुष्टि प्रभात खबर ने नहीं की है) भी सामने आया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को घर में घुसते हुए और तोड़फोड़ करते देखा जा सकता है. कुमार के अनुसार, हमले के दौरान बार-बार पुलिस को फोन किया. लेकिन उनका आरोप है कि फोन करने के बाद भी पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंची. कुमार ने कहा: जब लोग गेट तोड़ रहे थे, तब भी मैं फोन कर रहा था. पुलिस सिर्फ ‘आ रहे हैं’ कहती रही. आखिरकार 40 मिनट बाद पुलिस आयी. उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी भीड़ के साथ हमला होने के बावजूद पुलिस की कार्रवाई में इतनी देर से क्यों हुई. रविवार को इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को नदिया के एम्स-कल्याणी में भर्ती कराया गया.

सोनारपुर थाने की पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 332, 126/2, 117/2, 324/4, 311/2, 3 और 5 के तहत केस दर्ज किया है. इस बीच पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अजीजुल गाजी नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया. उससे पूछताछ के बाद रविवार को तीन और लोगों को पकड़ा गया. उधर, मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी अजीजुल गाजी व उसके तीन साथियों आजाद अली मंडल, सूरज अली मंडल और अलक मंडल को रविवार को बारुईपुर कोर्ट से जमानत मिल गयी है. पुलिस मामले में चिन्हित किये गये अन्य चार आरोपियों की तलाश कर रही है.

रविवार को नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी घायल कस्टम्स अधिकारी से मिले. उन्होंने इस घटना को ‘मॉब लिंचिंग’ बताया और आरोप लगाया कि ‘पूरे परिवार को मारने की साजिश थी. बाहर करीब 200 लोग जमा थे और काफी संख्या में लोग घर में घुस गये. यह केवल हिंसा नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था के ढहने का उदाहरण है. बंगाल में गुंडाराज चल रहा है. पूर्व पुलिस अधिकारी अरिंदम आचार्य ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा: एक ऑटोचालक, कस्टम्स अधिकारी के घर में घुसकर हाथ उठा रहा है. यह दर्शाता है कि अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर सरकारी अधिकारी ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम लोगों का क्या होगा.

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