संवाददाता, कोलकाता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) को लेकर चुनाव आयोग पर हमला बोला है. सुश्री बनर्जी ने एसआइआर को ‘वोटबंदी’ करार दिया और चुनाव आयोग से यह प्रक्रिया तत्काल रोकने की मांग की. सीएम सोमवार को सिलीगुड़ी स्थित प्रशासनिक भवन ‘उत्तरकन्या’ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रही थीं.उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार एसआइआर के नाम पर लोगों को परेशान कर रही है. केंद्र सरकार ने कुछ वर्ष पहले नोटबंदी की घोषणा की थी. जिस प्रकार से कुछ मुद्राओं को चलन से बाहर करना ‘नोटबंदी’ थी, वैसे ही एसआइआर ‘वोटबंदी’ है. यह ‘सुपर इमरजेंसी’ का ही एक और रूप है. उन्होंने कहा कि वह चुनाव से ठीक पहले एसआइआर कराने की ‘जल्दबाजी’ को समझ नहीं पा रही हैं. निर्वाचन आयोग को यह प्रक्रिया तुरंत बंद करनी चाहिए. मतदाता सूची का पुनरीक्षण दो या तीन महीने में कभी पूरा नहीं हो सकता. इसे जबरन अंजाम दिया जा रहा है. भाजपा एसआइआर के खिलाफ बोलने पर उन्हें जेल भेज सकती है या उनका गला भी काट सकती है. उन्होंने सरकार से लोगों के मताधिकार पर अंकुश नहीं लगाने की अपील की. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, आप मेरा गला काट सकते हैं, जेल भी भेज सकते हैं, लेकिन राज्य के एक अभी असली वोटर का नाम मत काटिये. अगर आप ऐसा करते हैं विरोध किया जायेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार चुनाव आयोग के साथ मिलकर यह गलत काम कर रहा है. केंद्र को डर है कि अब जनता उनके झूठ को पकड़ रही है. बस इसलिए अब एसआइआर के जरिये वोट चोरी की जा रही है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि अब भी इस बात पर कायम है कि एसआइआर को रोका जाना चाहिए. यह पूरी प्रक्रिया राज्य के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की है. एसआइआर के दौरान राज्य में इतने सारे लोग मर गये, लेकिन चुनाव आयोग की तरफ से भी एक भी शोक संदेश नहीं आया.
अमित शाह पर बोला हमला, मांगा इस्तीफा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार में घुसपैठियों की बात करती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बार-बार इसका जिक्र करते हैं. बिहार चुनाव के हर भाषण में उन्होंने इस बारे में बार-बार बोला है. अब एक बात बताइये. बिहार में तो आपकी सरकार है. इसके बाद घुसपैठिये वहां घूम रहे हैं. ऐसे में आपको गृह मंत्री होने के नाते अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. क्योंकि देश की अंदरूनी व सीमाओं की सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है. अगर इसके बाद भी घुसपैठ हो रहा है तो आपको इस्तीफा दे देना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

