संवाददाता, कोलकाता शनिवार को जादवपुर यूनिवर्सिटी में हुई घटना की जांच के लिए मंगलवार को कुलपति ने विश्वविद्यालय शिक्षक संगठनों के साथ बैठक की गयी. बैठक में कुलपति ने आदेश दिया कि परिसर में तुरंत शांति बहाल की जानी चाहिए, इसलिए उन्होंने सभी को मिलकर काम करने का सुझाव दिया. जेयू के कार्यवाहक कुलपति भास्कर गुप्ता ने न्यायिक जांच का प्रस्ताव रखा है. बैठक में चार शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. इसमें शनिवार की घटना पर चर्चा की गयी. कुलपति ने सभी पक्षों के बयान सुने. अस्वस्थ होने के कारण वह बैठक में वर्चुअल रूप से ही जुड़े . विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैठक में कार्यवाहक कुलपति भास्कर गुप्ता, अन्य अधिकारियों और चार शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से उच्च शिक्षा विभाग के समक्ष छात्र संघ चुनाव कराने का मुद्दा उठाने का भी निर्णय लिया जो 2020 से लंबित है. गौरतलब है कि वामपंथी विद्यार्थियों ने शनिवार को शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को जेयू परिसर से बाहर जाने से रोकने का प्रयास किया तथा छात्र संघ चुनाव कराने के विषय पर चर्चा की मांग की. विरोध प्रदर्शन के दौरान बसु की कार का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिये जाने से वह खुद भी घायल हो गये. दो छात्र भी घायल हो गये. बैठक में छात्र यूनियन चुनाव की मांग उठायी गयी. हालांकि, खबर है कि यह सुनिश्चित करने के लिए भी चर्चा की गयी है कि सब कुछ बदले हुए नियमों के अनुसार ही हो. राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को पिछले शनिवार को जेयू में परेशान किया गया. मंत्री उस समय घायल हो गये जब उनके आसपास विरोध प्रदर्शन चल रहा था और छात्र उनकी गाड़ी रोकने की कोशिश कर रहे थे. शिक्षा मंत्री के आसपास प्रदर्शन कर रहे दो छात्र भी घायल हो गये. आरोप है कि दो छात्रों में से एक को मंत्री की कार ने कुचल दिया. कार का पहिया किसी एक छात्र के पैरों पर चढ़ गया. इस घटना को लेकर तनाव बढ़ गया. कथित तौर पर किसी ने रात में परिसर के तृणमूल समर्थित कार्यकर्ता संगठन ‘शिक्षाबंधु’ समिति के कार्यालय में आग लगा दी, जिससे माहौल और गरम हो गया. इन सभी मुद्दों पर मंगलवार को चर्चा की गयी. एक छात्र को कुचलने के आरोप पर एफआइआर दर्ज करने की मांग की गयी. हालांकि वेबकूपा ने इस पर आपत्ति जतायी है. इसके विपरीत उन्होंने ””””””””””””””””शिक्षाबंधु”””””””””””””””” समिति कार्यालय में आग लगने की घटना की जांच की मांग की. बैठक में शनिवार की घटना की न्यायिक जांच का प्रस्ताव भी पारित किया गया. इसके अलावा सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड की मांग राज्य सरकार से की गयी. मंगलवार की बैठक में परिसर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी संभावित कदमों पर गहन विचार किया गया. जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर अमिताभ दत्ता ने बताया कि हमने सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक की. विश्वविद्यालय में सामान्य स्थिति कैसे शीघ्र बहाल की जाये और विद्यार्थियों का ध्यान उनकी पढ़ाई पर कैसे केंद्रित किया जाये. कुछ प्रस्ताव स्वीकार कर लिये गये हैं. जेयूटीए के महासचिव पार्थ प्रतिम रॉय ने कहा कि वाइस चांसलर से बात करने के बाद निर्णय लिया जायेगा. ””””””””विश्वविद्यालय में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा. यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि यह घटना दोबारा न घटे. इसके लिए तत्काल छात्र परिषद चुनाव की आवश्यकता है. वहीं जेयू के वामपंथी छात्र संगठन एसएफआइ ने मंगलवार की बैठक पर रोष व्यक्त करते हुए पूछा कि वीसी छात्रों से बात क्यों नहीं कर रहे हैं? एसएफआइ नेता शुभजीत बनर्जी ने कहा कि अगर वीसी हितधारकों के साथ ऑनलाइन बैठक कर सकते हैं, तो वह छात्रों से बात क्यों नहीं कर रहे हैं? हम कुलपति से बात करना चाहते हैं. अगर वह हमसे बात नहीं करते हैं, तो हम अरविंद भवन को बंद करने और विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे. अगला निर्णय जीबी की बैठक के बाद लिया जायेगा.
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