कोलकाता : पिता लॉरी चालक है और मां दूसरे के घरों में काम कर रोजी-रोटी का जुगाड़ करती है. बेहला थाना अंतर्गत बामाचरण राय रोड का यह दंपती यदि काम नहीं करे, तो शायद दो वक्त की रोटी जुटा पाना मुश्किल होगा. विश्वनाथ उर्फ बिशु राय और उसकी पत्नी शनिवार सुबह काम करने निकले थे. हर रोज की तरह साढ़े तीन वर्षीय बेटे कौस्तुभ को घर में छोड़ दिया था. घर से निकलने के कुछ देर बाद यानी सुबह लगभग 8.30 बजे उन्हें टाली आच्छादित घर में आग लगने की सूचना मिली. अाग से कौस्तूभ बुरी तरह जल गया. सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल विभाग के दो इंजन मौके पर पहुंचे. किसी तरह से आग नियंत्रित की गयी. कौस्तुभ को विद्यासागर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत करार दिया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चा बंद कमरे में था. आग लगने के बाद उसके रोने की आवाज आयी. कमरा बंद होने की वजह से वह बाहर नहीं निकल पाया. लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की थी, लेकिन तब तक काफी देर हो गयी थी. घटना के बाद मृतक के अभिभावक पूरी तरह से टूट गये हैं. बिशु ने रोते हुए कहा कि गरीब होना एक अभिशाप जैसा है. दो वक्त की रोटी के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करना पड़ता है. यही वजह है कि वह और उसकी पत्नी दोनों मिलकर घर चलाते हैं, लेकिन उसे शायद यह पता नहीं था कि शनिवार को उनका संसार उजड़ जायेगा. उनका बेटा उनसे बहुत दूर चला जायेगा. प्राथमिक रूप से बताया गया है कि घर में मच्छर भगाने का क्वायल जल रहा था. संभवत: आग उससे लगी हो. इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक व्याप्त है.