कोलकाता: सोमवार 20 मई को राज्य सरकार के दो साल पूरे हो गये. जहां विपक्ष राज्य सरकार की खामियां गिना रहा है, वहीं राज्यपाल एमके नारायणन ने राज्य सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए थोड़ा और समय देने की बात कही है. श्री नारायणन के अनुसार दो सालों में किसी भी सरकार के कार्यो की समीक्षा नहीं की जा सकती.
इसके लिए उसे थोड़ा और समय दिया जाना चाहिए. श्री नारायणन सोमवार को स्पीक मेके की ओर से यहां आइआइएम-कलकत्ता (जोका) में आयोजित प्रथम अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे. कार्यक्रम से लौटते समय संवाददाताओं के सवालों पर श्री नाराणन ने कहा कि इस सरकार के कामकाज को महज दो साल में नहीं आंका जा सकता है. हालांकि दो सालों में ममता सरकार के कामकाज पर उन्होंने संतोष जताया.
इससे पहले उक्त कार्यक्रम में श्री नारायणन ने अपने भाषण के दौरान स्पीक मेके की जम कर सराहना की. उन्होंने कहा कि स्पीक मेके भारत की संस्कृति को शीर्ष तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही है.
मालूम रहे कि भारत के शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्पीक मेके की स्थापना वर्ष 1977 में डॉ किरण सेठ ने की. यह संगठन आज देश-विदेश के करीब तीन सौ शहरों में है. स्पीक मेके के जरिये युवा वर्ग को सनातन संस्कृति व शास्त्रीय संगीत से रूबरू कराना भी मकसद है. इस अवसर पर स्पीक मेके के संस्थापक डॉ के सेठ, एस चक्रवर्ती, प्रोफेसर अशोक बनर्जी, आदि उपस्थित थे. स्पीक मेके का यह कार्यक्रम 24 मई तक चलेगा.