प्राप्त जानकारी के मुताबिक, देर रात को 12.30 बजे के करीब शतरूप घोष के घर के बाहर 15 से 20 की संख्या में तृणमूल समर्थक आ धमके. बदमाशों ने उनका नाम लेकर गाली गलौज करना शुरू कर दिया. शतरूप घोष का आरोप है कि जब तक वह कुछ समझ पाते कि तब तक कुछ बदमाशों ने उसके घर में भारी पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. बदमाशों का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो वह घर के मुख्य द्वार का ताला तोड़ कर अंदर घुस कर तोड़फोड़ की.
तकरीबन आधे घंटे तक हमले का यह सिलसिला जारी था. खबर पाकर कसबा थाने की पुलिस वहां जब तक पहुंची, तब तक सभी बदमाश भाग निकले थे. इसके बाद वह खुद कसबा थाने में जाकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ इसकी शिकायत दर्ज करायी. उनका आरोप है कि आधी रात को इस तरह के हमले से उनका परिवार असुरक्षित महसूस कर रहा है.
उन्होंने हमला करनेवाले बदमाशों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की. इधर हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने इलाके में छापेमारी शुरू कर दी है. वहीं इस आरोप को इलाके के तृणमूल नेताओं ने बेबुनियाद करार दिया है. उनका कहना है कि यह उन्हें बदनाम करने की कोशिश है. इस हमले से उनका कोई लेनदेन नहीं है. हमले की घटना के बाद से इलाके में अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गयी है.