जबकि सीपीआईएम के जिला नेतृत्व ने फैसला राज्य नेताओं पर छोड़ दिया है. शनिवार को सीपीआईएम की केंद्रीय कमिटी के नेता श्यामल चक्रवर्ती मालदा पहुंचे थे. पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ करीब पांच घंटे तक चर्चा हुई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में इन दो सीटों के बंटवारे का फैसला राज्य नेतृत्व पर छोड़ दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार वाम मोरचा मालदा में पांच से छह सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है. जिसमें इंगलिश बाजार, हबीबपुर, गाजोल, मानिकचक, मालतीपुर व हरिश्चंद्रपुर शामिल हैं.
कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद श्यामल चक्रवर्ती ने बताया कि कांग्रेस एवं वाम मोरचा के बीच गंठबंधन हो रहा है. सात मार्च को वाम मोरचा के कुछ उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा सकती है. इसके अलावा उन्होंने पत्रकारों के किसी भी प्रश्न का जवाब नहीं दिया. दूसरी ओर शनिवार को ही कांग्रेस के जिला नेताओं ने कार्यकर्ताओं को लेकर बैठक की. जिला कांग्रेस नेत्री मौसम नूर व कांग्रेस नेता आबू हासेम खान चौधरी ने कार्यकर्ताओं के साथ खुले रूप से चर्चा की. बैठक का निर्णय राज्य कांग्रेस नेतृत्व को बता दिया गया है.
मौसम नूर ने बताया कि वे गंठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन हरिश्चंद्रपुर व मालतीपुर विधानसभा सीट कांग्रेस कार्यकर्ता छोड़ना नहीं चाह रहे है. विगत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इन दो विधानसभा सीटों पर काफी मत मिले थे. दोनों सीटों के लिए कांग्रेस उम्मीदवार भी तय किया जा चुका है. फिर भी अंतिम निर्णय राज्य नेतृत्वों का ही होगा. जिले में जो राजनीतिक स्थिति है उसमें वाम दलों के लिए दो-तीन सीटों से अधिक छोड़ी नहीं जा सकती.