उन्होंने मंच से कहा कि ममता का हाथ पकड़कर ही उनके पिता मुकुल राय हुए हैं. मैं चाहता हूं कि मुकुल तृणमूल में ही रहें. जो लोग उनकी नयी पार्टी बनाने की बात कह रहे हैं, वे गलत हैं. उन्होंने कहा कि मुकुल के शरीर में ममता का दिया हुआ रक्त संचार होता है. उनके निर्देश काे मान कर ही मुकुल राय चलें. शुभ्रांशु के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा है. कई नेताओं का कहना है कि मुकुल राय के मन की बात उनके बेटे के गले से उजागर हो रही है. कुछ अन्य का कहना है कि मुकुल राय संभवत: नया दल नहीं, फिर तृणमूल कांग्रेस में वापस लौटना चाहते हैं. दूसरी ओर बेटे के इस बयान पर मुकुल राय ने साफ किया कि राहुल-सोनिया दोनों का व्यक्तित्व अलग-अलग है, उसी प्रकार मुकुल और शुभ्रांशु अलग-अलग व्यक्तित्व हैं.
Advertisement
मुकुल में दौड़ रहा दीदी का खून : शुभ्रांशु
कोलकाता: मुकुल राय के शरीर में ममता का दिया हुआ खून है. ये बातें बीजपुर के विधायक शुभ्रांषु राय ने दमदम में तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित लीचूबगान में एक जनसभा के दौरान कहीं. उन्होंने मंच से कहा कि ममता का हाथ पकड़कर ही उनके पिता मुकुल राय हुए हैं. मैं चाहता हूं कि […]
कोलकाता: मुकुल राय के शरीर में ममता का दिया हुआ खून है. ये बातें बीजपुर के विधायक शुभ्रांषु राय ने दमदम में तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित लीचूबगान में एक जनसभा के दौरान कहीं.
मुकुल राय द्वारा उनकी नयी राजनीतिक पार्टी लांच किये जाने के अटकलों के बीच उनके बेटे व तृणमूल विधायक शुभ्रांशु राय ने नयी पार्टी की संभावनाओं को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि मुकुल राय ने तृणमूल की सेवा अपने खून और पसीने से की है. वह मुकुल राय केवल तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के कारण बन सकें. वह खुद चाहते हैं कि उनके पिता पार्टी में ममता बनर्जी का हाथ पकड़ कर वापस आयें. उनका यह भी कहना था कि ममता बनर्जी के बिना पार्टी में किसी का कोई अस्तित्व नहीं है, इसीलिए जो भी कहते हैं कि मुकुल राय नयी पार्टी बना रहे हैं वह मुर्खों की दुनिया में रह रहे हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement