उन्होंने आशंका जतायी है कि सारधा कांड के अन्य आरोपी सबूत मिटाने की कोशिश कर सकते हैं. उन्होंने इस मामले में जमानत पर रिहा आरोपियों को लेकर भी सवाल उठाये हैं.
कथित तौर पर कुणाल ने चिट्ठी में कहा कि इस मामले में यदि कई लोगों को जमानत मिल सकती है तो उन्हें क्यों नहीं मिली? कुणाल ने चिट्ठी में साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तो वह कुछ कड़ा फैसला लेने के मजबूर होंगे. ध्यान रहे कि पहले भी कुणाल ने आत्महत्या की कोशिश की थी. फिलहाल वे प्रेसिडेंसी संशोधनागार के अस्पताल में हैं.