कोलकाता: ममता बनर्जी का मखौल उड़ाते हुए माकपा ने मंगलवार को सवाल किया कि क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, जिन्होंने एक छात्र के साथ दुष्कर्म की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कामदुनी गांव के ग्रामीणों को ‘माओवादी’ बताया था, अब उनसे मुलाकात करने पर क्या राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के खिलाफ भी ऐसा ही आरोप लगायेंगी.
विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्र ने कहा : वह कामदुनी में प्रदर्शनकारियों को माओवादी बता चुकी हैं. उनकी प्रदर्शनकारियों को माओवादी बताने की आदत है. किसी दिन हमारी मुख्यमंत्री कामदुनी ग्रामीणों से मुलाकात करने पर हमारे राष्ट्रपति को भी एक माओवादी ठहरा सकती हैं.
कामदुनी गांव के लोगों ने कल दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर सात जून को कोलकाता से सटे 24 परगना जिले में कॉलेज की एक छात्र के साथ हुए बर्बर सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या की सीबीआइ जांच कराने की मांग की थी. मिश्र ने दिन में मालदा में केंद्रीय राज्य मंत्री अबु हाशिम खान चौधरी पर हुए कथित हमले के लिए भी राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा : अगर बंगाल में एक केंद्रीय मंत्री सुरक्षित नहीं है, तो आप सोच सकते हैं कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति कैसी है.