कोलकाता: सौरभ चौधरी हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में उत्तम शिकारी, रतन समाद्दार, तापस विश्वास, सुमन सरकार और मूल आरोपी श्यामल कर्मकार की बहन पोली माइति शामिल हैं.
कैसे की हत्या
सूत्र के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपी तापस विश्वास ने सौरभ की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली. उसने बताया कि शुक्रवार रात सौरभ को उसके घर के पीछे एक कारखाने के सामने से लेकर जाकर श्यामल और उसके सहयोगियों ने बेधड़क पिटाई की. इसके बाद उसे रेल लाइन के किनारे ले जाया गया. वहां सौरभ की गंजी से उसकी गला घोंट कर हत्या की गयी. इसके बाद श्यामल और उसके सहयोगियों ने रेल लाइन के किनारे ईंट व पत्थर से उसके चेहरे को कूच दिया. उसी समय सियालदह से बनगांव की ओर जा रही एक ट्रेन के सामने सौरभ के शव को फेंक दिया, जिसमें शव के नौ टुकड़े हो गये.
क्यों की हत्या
पूछताछ के दौरान पुलिस को जानकारी मिली है कि 15 जून को श्यामल का सौरभ के साथ विवाद हुआ था. बामनगार्छी कुलबेड़िया के स्थानीय लोगों का आरोप है कि श्यामल और उसके सहयोगी प्राय: रास्ते के बल्ब तोड़ डालते थे, ताकि शराब पीकर उन्हें अंधकार में अपराध करने में सुविधा हो. 15 जून को वे स्ट्रीट लाइट का बल्ब तोड़ रहे थे, इस पर सौरभ ने विरोध जताया, तभी से श्यामल का सौरभ के विरुद्ध क्षोभ था. बदला लेने के लिए श्यामल मौके की तलाश में था. शुक्रवार को वह अपने सहयोगियों को लेकर सौरभ पर हमला कर दिया. दूसरी ओर, श्यामल को अपने घर में आश्रय देने के लिए उसकी बहन पोली माइति को भी पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया. नाराज लोगों ने शनिवार को पोली कर्मकार के घर में तोड़फोड़ की थी.