कोलकाता. अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा शेक्सपीयर सरणी, कोलकाता स्थित सभागार में ‘धर्म एवं सामाजिक मूल्य’ विषयक विचारगोष्ठी आयोजित की गयी. वैदिक मिशन ट्रस्ट के अध्यक्ष कर्मयोगी स्वामी धर्मबन्धु ने विषय की विशद व्याख्या की. उन्होंने कहा कि लोग जिन चीजों से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं, वे हैं धर्म, विज्ञान और बाजार. पहले धंधे में धर्म होता था, अब धर्म में धंधा आ गया है. अध्यात्म के बिना विज्ञान लंगड़ा है और विज्ञान के बिना धर्म की स्थिति एक अंधे की तरह होगी.
इनका मर्म समझने और इनमें संतुलन बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने दों, पुराणों, पितामह भीष्म, महर्षि वेदव्यास, भगवान श्रीकृष्ण, चाणक्य, आइंस्टीन आदि को उद्धृत करते हुए विभिन्न धार्मिक सूत्रों की व्याख्या की और आम जनजीवन में भी हम किस प्रकार धर्म के मार्ग पर चलते हुए अपना जीवनयापन कर सकते हैं इस विषय पर विस्तृत मार्गदर्शन किया.
विचारगोष्ठी के प्रारम्भ में सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रह्लाद राय अग्रवाल ने सबका स्वागत किया और स्वामीजी को माल्यार्पण किया. सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम शर्मा ने स्वामी जी को सम्मेलन की ओर से स्मृतिचिह्न भेंट किया. स्वामी जी ने अपने वक्तव्य के बाद सम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव कुमार लोहिया, ओम लड़िया, जगदीश पाटोदिया आदि द्वारा प्रस्तुत जिज्ञासाओं का भी सटीक समाधान किया.
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री शिव कुमार लोहिया ने कहा कि धर्म ही मानवता का पाठ पढ़ाता है. विचारगोष्ठी में सम्मेलन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामअवतार पोद्दार, पश्चिम बंग सम्मेलन के अध्यक्ष नंद किशोर अग्रवाल, महामंत्री ओमप्रकाश अग्रवाल, सर्वश्री जगदीश चन्द्र मूंधड़ा, कृष्ण कुमार डोकानिया,पवन कुमार जालान, बृज मोहन अग्रवाल, अरुण कुमार टिबड़ेवाल, रमेश कुमार बुबना, राजेन्द्र प्रसाद सुरेका, जेपी अग्रवाल, कान्ति चन्द्र गोयनका, रामनिवास शर्मा ‘चोटिया’, डॉ. जुगल किशोर सराफ, ओमप्रकाश मस्करा, शिव रतन फोगला, रतन मारोठिया, हरिकिशन चौधरी, श्रीराम आर्य, संतोष तिवारी, गिरधारीलाल पारीक, आरबी खेतान, गोकुल मुरारका, कमल कुमार सरावगी, जुगल किशोर जाजोदिया, गोविन्द अग्रवाल, शरद सराफ, रतनलाल अग्रवाल, श्रीगोपाल झुनझुनवाला, राजकुमार अग्रवाल, प्रवीण सिंघानिया, संजय लिल्हा, आकाश गुप्ता, राजकुमार काजड़िया, घनश्याम मूँधड़ा, पुरुषोत्तम तिवारी, विनीत नाहटा, अमित चौधरी, राजेन्द्र राजा आदि मौजूद थे.