बोलपुर.
बीरभूम जिले के बोलपुर शांतिनिकेतन में स्थित विश्वभारती में वीजा संबंधी जटिलताओं के कारण भारत और बांग्लादेश के बीच शिक्षा और संस्कृति का व्यावहारिक आदान-प्रदान प्रभावित हो गया है. बांग्लादेश से पढ़ाई के लिए आए छात्र गंभीर अनिश्चितता से गुजर रहे हैं और उनका शैक्षणिक भविष्य सवालों के घेरे में आ गया है.कैंपस में फंसे छात्र, घर लौटना मुश्किल
विश्वभारती सूत्रों के अनुसार फिलहाल करीब 35 बांग्लादेशी छात्र शांतिनिकेतन परिसर में मौजूद हैं. इनमें से कई छात्रों ने नए साल की शुरुआत अपने परिवार के साथ बांग्लादेश में करने की योजना बनाई थी. वीजा जटिलताओं के कारण न तो उन्हें घर जाने की अनुमति मिल पा रही है और न ही यह स्पष्ट है कि नया वीजा कब मिलेगा. छात्रों का कहना है कि प्रतीक्षा के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा है.पढ़ाई के अगले चरण पर संकट
कई बांग्लादेशी छात्र ऐसे भी हैं जिन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी कर ली है और स्नातकोत्तर अध्ययन या शोध के लिए आवेदन किया है. वीजा समस्या के कारण वे भारत नहीं आ पा रहे हैं, जिससे उनकी आगे की पढ़ाई अधर में लटक गई है. दूसरे चरण की पढ़ाई शुरू न हो पाने से शैक्षणिक सत्र प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है. विश्वभारती के अधिकारियों का कहना है कि बांग्लादेशी छात्रों के साथ इस विश्वविद्यालय का संबंध लंबे समय से चला आ रहा है और यहां से पढ़कर कई छात्रों ने देश-विदेश में पहचान बनाई है. पौषमेला और क्रिसमस के उत्सवों के बीच शांतिनिकेतन रंगों से भरा हुआ है, लेकिन बांग्लादेशी छात्र वीजा जटिलताओं के कारण चिंता में डूबे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस स्थिति में शीघ्र सुधार की मांग की है और छात्र सामान्य स्थिति बहाल होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

