कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बात के संकेत दिये हैं कि वह सांप्रदायिक शक्तियों को सत्ता से दूर रखने के लिए अपने धुर विरोधी माकपा के साथ भी गंठबंधन कर सकती है. उक्त बातें ममता बनर्जी ने तब कही, जब वह सोनिया गांधी के आमंत्रण पर पंडित जवाहर लाल नेहरू की 125वीं जयंती समारोह में शामिल होने के लिए आयीं थीं.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार ममता बनर्जी ने सवाल पर सवाल करते हुए कहा है कि हम साथ क्यों नहीं आ सकते? यह मुद्दा सिर्फ पश्चिम बंगाल का नहीं है, बल्कि पूरे देश का मुद्दा है और इससे देशहित जुड़ा है. यह सही है कि हमारे बीच वैचारिक मतभेद हैं, लेकिन सांप्रदायिकता के खिलाफ जंग में हम साथ खड़े हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि मैं धार्मिक गुरुओं का सम्मान करती हूं, लेकिन धर्म के आधार पर दंगे का विरोध करती हूं. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा चाहे, तो वह भी हमारे साथ खड़ी हो सकती है, अभी वह सत्ता में है और मुझे ऐसा महसूस होता है कि वह नहीं चाहेगी कि देश में दंगा हो. ममता के वक्तव्य पर प्रतिक्रिया देते हुए माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक शक्तियों को ममता बनर्जी ने ही बढ़ावा दिया है.