लखनऊ : दिल्ली में आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक को अस्पताल देखने गये कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को हिरासत में लिये जाने के विरोध में लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका गया, वहीं प्रदेश में विभिन्न स्थानों से गुजर रही ‘राहुल संदेश यात्रा’ में शामिल कार्यकर्ताओं ने अपनी-अपनी जगह रककर धरना-प्रदर्शन किया.
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक राहुल को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने की घटना के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा लखनऊ स्थित महात्मा गांधी मार्ग पर प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंककर विरोध जताया गया. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि राहुल को हिरासत में लिये जाने की घटना की जानकारी मिलने पर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष राजबब्बर के निर्देशानसार प्रदेश में चल रही राहुल संदेश यात्राओं को उनके स्थान पर रोक दिया गया. यात्रा में शामिल लोगोंं ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया.
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार दिल्ली में पुलिस राज कायम करना चाहती है. इस घटना से पहले तो पूर्वसैनिक के परिवार को गिरफ्तार करके सैनिकों का अपमान किया और उनके प्रति सहानुभूति जताने के लिए गये राहुल गांधी को हिरासत में लिया जाना कानून की अवज्ञा और संवैधानिक ढांचे का मजाक है.
त्रिपाठी ने कहा कि पूरा देश सैनिकों का सम्मान करता है, लेकिन अलोकतांत्रिक भाजपा सरकार उन्हीं सैनिकों का अपमान करने में शर्म नहीं करती. कांग्रेस सरकार के इस तानाशाही रवैये को लोकतंत्र विरोधी, गैर कानूनी और अमानवीय मानती है तथा इसकी घोर भर्त्सना करती है.
मालूम हो कि राहुल को उस समय हिरासत में ले लिया जब वह कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक के परिजनों से मिलने के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दाखिल होने का प्रयास कर रहे थे. उन्हें बाद में रिहा कर दिया गया. ग्रेवाल के पुत्र और भाई की ओर इशारा करते हुए राहुल ने उनकी रिहाई की मांग की और इन लोगों को हिरासत में लिये जाने को ‘शर्मनाक’ करार दिया.