आगरा : उत्तर प्रदेश के आगरा से भाजपा सांसद और केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया के बयान ने राजनीति गरमा दी है. यह मामला आज संसद में भी उठा. कठेरिया को लेकर अखबार में खबर छपी है कि उन्होंने एक भाषण के दौरान हिन्दुओं को अपनी ताकत दिखाने के लिए कहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार आगरा में एक वीएचपी नेता की हत्या के बाद श्रद्धांजलि सभा में शरीक होने पहुंचे कठेरिया ने कहा कि हिंदुओं को प्रशासन से भी डरने की जरुरत नहीं है. उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि प्रशासन ये न समझे की मंत्री बनने से मेरे हाथ बंध गए हैं, वे भी कभी लाठी-डंडा लेकर चलते थे.
Maine kisi samudaaye ka naam nahi liya.Ye kaha ki jinhone hatya ki unhe faasi ho:Ram Katheria on speech at condolence meeting of Arun Mahaur
— ANI (@ANI) March 1, 2016
इस खबर के प्रकाश में आने के बाद आज कठेरिया ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने अपने भाषण के दौरान किसी समुदाय का नाम नहीं लिया था. ‘हां’ ये जरुर कहा कि जिन्होंने हत्या की है उन्हें फांसी पर लटकाओ. उन्होंने कहा कि मेरे पास कार्यक्रम की सीडी मौजूद है. ये जो बातें मेरे बारे में फैलाई गयी है उसमें जरा भी सत्यता नहीं है. मैंने हिंदुओं को उकसाया नहीं है. मैं कार्य्रकम के दौरान ‘बदला’ शब्द या ‘हथियार’ शब्द का उपयोग नहीं किया. अखबार में छपी खबर का खंडन करते हुए कठेरिया ने कहा कि मीडिया में चल रही खबर में सच्चाई नहीं है.
उक्त बातें कठेरिया ने वीएचपी के नगर उपाध्यक्ष 50 वर्षीय अरुण माहौर की हत्या के बाद रविवार को सभा को संबोधित करते हुए कही. इस कार्यक्रम में वीएचपी और बजरंग दल के नेताओं ने भी शिरकत की थी. रामशंकर कठेरिया के बयान पर राज्यसभा में कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने स्थगन नोटिस दिया जिसपर आज सदन में जमकर हंगामा हुआ.