गालूडीह.
ओडिशा से पानी की मांग बंद होने पर सोमवार को गालूडीह बराज के सभी 18 गेट खोल कर नदी की पूर्व दिशा में पानी बहा दिया गया. अब बराज पूरी तरह से खाली हो चुका है. बराज में 92 मीटर आरएल पानी स्टोर था. इसी से दायीं नहर के माध्यम से ओडिशा को खरीफ की खेती के लिए पानी दिया जा रहा था. अक्तूबर में धान पकने के कगार पर हैं. अब सिंचाई के लिए पानी की जरूरत नहीं है. परियोजना पदाधिकारियों का कहना है कि अब खरीफ के लिए पानी की जरूरत नहीं है. वहीं गालूडीह बराज की पश्चिम दिशा में तटबंध का काम होना है. बराज में पानी रोके जाने से कई माह से काम प्रभावित हो रहा था. ज्ञात हो कि बराज के डूब क्षेत्र को बचाने के लिए नदी की पश्चिम दिशा में कई किमी तक नदी किनारे तटबंध बनेगा. इसके लिए करीब 77 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है. अब बराज का पानी बहाने से काम में तेजी आयेगा.मछुआरे पकड़ रहे मछली
बराज के सभी गेट खोलने से मछुआरे नदी से मछली पकड़ने में जुटे हैं. तटवर्ती गांवों के सैकड़ों मजदूर कई दिनों से मछली पकड़ रहे हैं. मछली पकड़ कर बेच रहे हैं. इससे मछुआरों को रोजगार का अवसर मिला है. कई मछुआरे बराज के ऊपर से जाल में रस्सी बांधकर जान जोखिम में जाल मछली पकड़ रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

