खरसावां : खरसावां से छह किमी की दूरी पर स्थित आमदा डुंगरी में पांच सौ बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. नक्शा के अभाव में उक्त अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो रहा था, जो अब उपलब्ध हो चुका है.
कोल्हान के इस सबसे बड़े अस्पताल की आधारशिला 12 नवंबर-2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा व स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुमरू ने रखी थी, जबकि नयी दिल्ली की नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनबीसीसी) को 27 फरवरी-12 को निर्माण कार्य करने का वर्क ऑडर मिला था तथा इसका निर्माण कार्य 2014 तक पूरा करना है.
निर्माण कार्य के नाम पर अब तक सिर्फ जमीन का समतलीकरण ही किया गया है, जबकि कार्य आगे नहीं बढ़ा था. अब नक्शा मिलने के साथ ही निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है. 23 एकड़ जमीन पर बनने वाले इस अस्पताल के निर्माण में करीब 147 करोड़ रुपये खर्च होना है. अस्पताल निर्माण के बाद इसे मेडिकल कॉलेज में तब्दील करने की योजना है.
अस्पताल से लाभ
इस अस्पताल के बन जाने से ही स्वस्थ्य संबंधी समस्याएं दूर हो जायेगी. यह कोल्हान का सबसे बड़ा अस्पताल होगा तथा हर तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. वर्तमान में सरायकेला–खरसावां व पश्चिमी सिंहभूम जिला में स्वास्थ्य सेवा की कोई खास व्यवस्था नहीं है.
क्षेत्र के अधिकांश लोग अब भी जमशेदपुर व निजी नरसिंह होम पर निर्भर हैं. इस अत्याधुनिक अस्पताल के बन जाने से खरसावां ही नहीं, बल्कि कोल्हान के तीनों जिला के लोगों को लाभ मिलेगा. यहां रेल व सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है.