झारखंड के जाने-माने खोरठा साहित्यकार-गीतकार विनय तिवारी को अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिला है. भारत के पड़ोसी देश नेपाल के लुंबिनी में आयोजित कार्यक्रम में धनबाद जिले के कतरास के रोआम गांव के रहने वाले खोरठा साहित्यकार को सम्मानित किया गया. नेपाल की संस्था ‘शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल’ ने ‘विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह’ में विनय तिवारी सहित अलग-अलग क्षेत्रों की 100 प्रतिभा को सम्मानित किया. विनय तिवारी को खोरठा साहित्य में उनके योगदान के लिए विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया. बहुमुखी प्रतिभा के धनी विनय तिवारी की रचनाएं देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती हैं. उन्हें दर्जनों सम्मान मिल चुका है.
नेपाली-हिंदी को मैत्री भाषा बनाने में सहयोग के लिए हुआ आयोजन
नेपाल में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन का उद्देश्य देश-विदेश की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ देवनागरी लिपि के सरंक्षण-संवर्द्धन, नेपाल-भारत के संबंधों को सुदृढ़ बनाने और नेपाली एवं हिंदी भाषा को दोनों देशों की मैत्री भाषा बनाने में सहयोग करना है.
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भारत, नेपाल, अमेरिका और तंजानिया से आये थे नामांकन
विश्व प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय सम्मान (वर्ल्ड टैलेंट इंटरनेशनल अवॉर्ड) के लिए भारत, नेपाल, अमेरिका और तंजानिया से करीब 5000 आवेदन आये थे. इनमें से 100 लोगों का चयन किया गया. समारोह की अध्यक्षता आनंद गिरि मायालु ने की. प्रमुख अतिथि भंडारी लाल अहीर, विशिष्ट अतिथि बादशाह कुर्मी, विशिष्ट अतिथि डॉ जसभाई पटेल और कमल सिंह बैद ने सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो, मेडल, अंग वस्त्र, रुद्राक्ष की माला और नेपाली टोपी पहनाकर सम्मानित किया.
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47 पुरुष और 53 महिला को किया गया सम्मानित
समारोह में 18 राज्यों से 53 महिला और 47 पुरुष प्रतिभा को सम्मानित किया गया. प्रतिभा सम्मान के साथ-साथ एक दर्जन लेखकों की एक दर्जन से अधिक पुस्तकों का विमोचन भी किया गया. समारोह के अंतिम सत्र में आयोजित काव्य सम्मेलन में दर्जनों कवियों ने काव्य पाठ किया.
अंतरराष्ट्रीय संस्था है शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल
‘शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल’ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त साहित्यिक संस्था है. हर वर्ष यह संस्था कई आयोजन करती है, जिसमें देश-विदेश के कवि, लेखक, पत्रकार, साहित्यकार, शिक्षक, समाजसेवी को प्रोत्साहित किया जाता है.
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प्रश्नोत्तरी रामायण के रचयिता देवेंद्र प्रसाद चमोली भी हुए सम्मानित
कार्यक्रम के समापन के दौरान संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनंद गिरि मायालु ने कहा कि वरिष्ठ साहित्यकार देवेंद्र प्रसाद चमोली उत्तराखंड के ही नहीं, विश्व के महान साहित्यकारों में एक हैं, जिन्होंने प्रश्नोत्तरी रामायण की रचना की है, जो अध्यात्म और साहित्य जगत में अद्वितीय है. समारोह का संचालन आचार्य खेमचंद यदुवंशी शास्त्री ने किया.
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